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News : उत्तरकाशी के बड़कोट में बादल फटा, 9 मजदूर लापता, चारधाम यात्रा पर लगी अस्थाई रोक!
News : उत्तराखंड में पहाड़ों पर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश अब कहर बनकर टूट रही है। रविवार को उत्तरकाशी जिले के बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर बलिगढ़ क्षेत्र में बादल फटने की भयावह घटना सामने आई। इस आपदा में एक निर्माणाधीन होटल साइट पर काम कर रहे 8 से 9 मजदूर तेज बहाव में बहकर लापता हो गए हैं। इस घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है और राहत-बचाव कार्य जोरों पर चल रहा है। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, बड़कोट तहसील के सिलाई बैण्ड के पास पिछले दो दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही थी। रविवार सुबह बलिगढ़ क्षेत्र में अचानक बादल फटा और तेज बहाव के साथ मलबा नीचे बहता चला गया। इस दौरान वहां मौजूद मजदूर, जो एक निर्माणाधीन होटल साइट पर काम कर रहे थे और टेंट में रुके हुए थे, तेज बहाव में बह गए। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम हरकत में आ गई।

News : SDRF-NDRF की टीमों ने संभाला मोर्चा

घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने तत्काल पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर रवाना किया। राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। टीमों ने सर्च ऑपरेशन चलाया है लेकिन मौसम की चुनौती और मलबे की अधिकता के कारण खोज अभियान में दिक्कतें आ रही हैं। लापता मजदूरों की खोज के लिए स्थानीय लोगों की भी मदद ली जा रही है। News

News : पहाड़ी क्षेत्रों में खतरा बरकरार, भूस्खलन से सड़कें बंद

उत्तरकाशी के साथ-साथ अन्य पहाड़ी जिलों में भी बारिश के कारण हालात गंभीर बने हुए हैं। कई मार्गों पर भूस्खलन हुआ है, जिससे यातायात प्रभावित हो गया है। बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर भारी मलबा आने से चारधाम यात्रा को फिलहाल अस्थाई रूप से रोक दिया गया है। प्रशासन ने यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया है और उन्हें मौसम सामान्य होने तक यात्रा न करने की सलाह दी है।

News : चारधाम यात्रा रोकी गई, श्रद्धालुओं को किया गया अलर्ट

उत्तरकाशी जिले से होकर गुजरने वाली यमुनोत्री यात्रा को सुरक्षा की दृष्टि से अस्थाई रूप से स्थगित किया गया है। प्रशासन ने कहा है कि जब तक मौसम अनुकूल नहीं होता और रास्ते पूरी तरह साफ नहीं हो जाते, तब तक यात्रा दोबारा शुरू नहीं की जाएगी। श्रद्धालुओं को स्थानीय प्रशासन की सलाह का पालन करने और किसी भी अफवाह से बचने की अपील की गई है।

News : मुख्यमंत्री धामी ने दिए राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश

घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरी चिंता जताई और प्रभावित क्षेत्र में राहत-बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर करने के निर्देश दिए। उन्होंने लापता मजदूरों की जल्द से जल्द तलाश करने और पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, “उत्तरकाशी की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं, राज्य सरकार हर परिस्थिति में आपके साथ है।” भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ जैसे जिलों में अगले 48 घंटे संवेदनशील बताए जा रहे हैं। विभाग ने प्रशासन और आमजन से सतर्क रहने की अपील की है और कहा है कि नदी-नालों के पास न जाएं और अनावश्यक यात्रा से बचें। News

News : स्थानीय लोगों में डर का माहौल

बादल फटने की घटना के बाद बलिगढ़ सहित आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है। कई घरों में पानी घुस गया है और खेतों को भी नुकसान पहुंचा है। प्रशासन लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है और गांवों में अलर्ट जारी किया गया है। जिन क्षेत्रों में खतरा अधिक है वहां लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उत्तराखंड में मानसून की बारिश ने एक बार फिर त्रासदी की तस्वीर खींच दी है। बड़कोट में बादल फटने की घटना न केवल मजदूरों के लापता होने का कारण बनी, बल्कि राज्य की संवेदनशील भौगोलिक स्थिति को भी उजागर कर गई। लगातार हो रही बारिश और उससे उत्पन्न आपदा की स्थितियों से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। लेकिन आने वाले दिनों में हालात और ना बिगड़ें, इसके लिए सभी को मौसम विभाग और प्रशासन की चेतावनियों का सख्ती से पालन करना होगा। चारधाम यात्रा के श्रद्धालुओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और मौसम सामान्य होने तक धैर्य रखना ही समझदारी होगी। Also Read : ओह! मानसून आते ही ये क्या किया … उत्तराखंड के मुनस्यारी में बादल फटा, डैम टूटा, गाडि़यां बही

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