ममता हुई शर्मसार: देहरादून में सौतेली मां ने चार वर्षीय बेटे की हत्या की
देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से एक हृदयविदारक खबर सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। डोईवाला थाना क्षेत्र के बुल्लावाला गांव में एक सौतेली मां ने अपने चार वर्षीय बेटे की हत्या कर दी। मासूम विवान की मौत ने हर किसी को भावनात्मक रूप से विचलित कर दिया है।
घटना का विवरण
घटना 27 अक्तूबर 2025 की है, जब राहुल कुमार का चार वर्षीय बेटा विवान घर पर गंभीर रूप से घायल मिला। पिता उस समय ड्यूटी पर थे, जब उनकी पत्नी प्रिया ने फोन कर बताया कि विवान घर में फिसलकर गिर गया है। परिवार ने तुरंत बच्चे को जौलीग्रांट अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद विवान को मृत घोषित कर दिया। पहले तो मामला एक दुर्घटना जैसा लगा, लेकिन पुलिस को घटना संदिग्ध लगी। पुलिस ने विवान का पोस्टमार्टम करवाया, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि उसकी मौत सिर पर जोरदार चोट लगने से हुए ब्रेन हेमरेज के कारण हुई थी।
पिता की तहरीर और जांच
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद 2 नवंबर को विवान के पिता राहुल कुमार ने अपनी पत्नी प्रिया के खिलाफ तहरीर दी। राहुल ने बताया कि साल 2021 में उनकी पहली पत्नी अन्नू से शादी हुई थी, जिनसे विवान का जन्म हुआ। दुर्भाग्यवश 2022 में अन्नू की कैंसर से मौत हो गई।
पत्नी के निधन के बाद राहुल ने अपने बेटे की परवरिश के लिए उसी वर्ष देहरादून निवासी प्रिया से दूसरी शादी की। शुरुआती महीनों में सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन बाद में प्रिया का व्यवहार विवान के प्रति कठोर होता गया। वह अक्सर बच्चे को छोटी-छोटी बातों पर डांटती और मारती थी।
राहुल ने पुलिस को बताया कि उन्हें पहले से ही आशंका थी कि प्रिया को विवान से नफरत है और वह किसी दिन नुकसान पहुंचा सकती है। दुर्भाग्यवश, उनकी आशंका सही साबित हुई और अब मासूम विवान इस दुनिया में नहीं रहा।
आरोपी का कबूलनामा
पुलिस ने प्रिया को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की। शुरुआत में उसने कहा कि बच्चा बाथरूम में फिसलकर गिरा, लेकिन पुलिस के कड़े सवालों के बाद उसने अपना जुर्म कबूल लिया। उसने बताया कि गुस्से में उसने विवान को जोर से धक्का दिया, जिससे उसका सिर फर्श से टकराया और वह बेहोश हो गया। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की प्रक्रिया
डोईवाला कोतवाली पुलिस ने बताया कि आरोपी महिला ने अपराध स्वीकार कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी ब्रेन हेमरेज की पुष्टि हुई है। पुलिस ने आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है और अदालत की अनुमति के बाद आगे की चार्जशीट तैयार की जा रही है।
समाज के लिए संदेश
यह घटना न सिर्फ एक आपराधिक मामला है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है। जब किसी परिवार में सौतेले रिश्ते बनते हैं, तो बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना आवश्यक होता है।विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसी घटनाएं काउंसलिंग और पारिवारिक संवाद की कमी के कारण होती हैं। परिवार के सदस्यों को चाहिए कि वे समय रहते तनाव, गुस्सा और ईर्ष्या जैसी भावनाओं को समझें और नियंत्रित करें।मासूम विवान की मौत ने यह सिखाया है कि घरेलू हिंसा किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं हो सकती। समाज को ऐसे मामलों में सतर्क रहना होगा और बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी।
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