हल्द्वानी में पूर्व सैनिक सम्मेलन: मुख्यमंत्री धामी ने कहा – “सैनिक कभी पूर्व नहीं होता
हल्द्वानी (उत्तराखंड) – कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी में आज वीरता, अनुशासन और देशभक्ति का अभूतपूर्व संगम देखने को मिला। उत्तराखंड की रजत जयंती (25 वर्ष पूर्ण होने) के अवसर पर एम.बी. इंटर कॉलेज के मैदान में भव्य पूर्व सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समारोह में पहुँचकर पूर्व सैनिकों पर फूल बरसाकर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, मेयर गजराज बिष्ट, डीएम ललित मोहन रयाल, और कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
सैनिकों के त्याग को सलाम
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि “उत्तराखंड की पहचान इसकी वीरता, साहस और त्याग में बसती है। हमारे सैनिकों ने कारगिल से लेकर सियाचिन तक तिरंगे की शान बढ़ाई है। आपसे ही अनुशासन, पराक्रम और देशभक्ति का संदेश मिलता है।”
उन्होंने आगे कहा, “सैनिक कभी पूर्व नहीं होता, आप भूतपूर्व नहीं, बल्कि अभूतपूर्व हैं। आपके बलिदान और समर्पण से आज देश सुरक्षित है। रजत जयंती के इस अवसर पर आप सभी के बीच आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।” मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि उनकी सरकार सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए कई अभूतपूर्व निर्णय ले चुकी है, जिससे प्रदेश के हजारों सैन्य परिवारों को सीधा लाभ मिला है।
विपक्ष पर निशाना
अपने संबोधन में सीएम धामी ने एक राजनीतिक टिप्पणी करते हुए कहा कि “कल एक पार्टी के शहजादे (राहुल गांधी) ने सेना के लिए जो बयान दिया, उससे साबित होता है कि वह ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ के सरगना हैं। कांग्रेस अब मोदी विरोध के चक्कर में सेना का भी अपमान करने लगी है। राष्ट्रविरोधी विचारधारा का इस देश में कोई स्थान नहीं है।” इस वक्तव्य के बाद पंडाल में उपस्थित सैनिकों और जनसमूह ने “भारत माता की जय” और “जय हिन्द” के नारों से माहौल गूंजा दिया।
वीरनारियों और सैन्य परिवारों का सम्मान
सम्मेलन में विशेष रूप से वीरनारियों (शहीद सैनिकों की पत्नियों) को सम्मानित किया गया। मंच से उन्हें स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट किए गए। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार हर वीर परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। दूरदराज़ जिलों – नैनीताल, अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ – से बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक और उनके परिजन इस कार्यक्रम में शामिल हुए।
व्यवस्था और तैयारियाँ
कार्यक्रम के लिए एम.बी. इंटर कॉलेज मैदान को देशभक्ति रंगों से सजाया गया था। मुख्य मंच के आसपास पूर्व सैनिकों, वीरनारियों और अधिकारियों के बैठने की विशेष व्यवस्था की गई थी। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बुधवार को खुद स्थल का निरीक्षण किया था और अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि किसी भी आगंतुक को किसी प्रकार की असुविधा न हो। सम्मेलन स्थल पर भोजन, पेयजल, चिकित्सा और शौचालय की समुचित व्यवस्था की गई थी।
योजनाओं की जानकारी और स्टॉल
कार्यक्रम में राज्य और केंद्र सरकार की विभिन्न सैनिक कल्याण योजनाओं की जानकारी देने के लिए कई स्टॉल भी लगाए गए। इन स्टॉल्स पर पूर्व सैनिकों को पेंशन, चिकित्सा, शिक्षा और रोजगार से संबंधित जानकारियाँ दी गईं।
देशभक्ति और उत्साह का माहौल
पूरा सभागार देशभक्ति के नारों से गूंज उठा — “जय हिंद”, “उत्तराखंड मातृभूमि की जय”, “भारत माता की जय”। कार्यक्रम के अंत में राष्ट्रगान के साथ वातावरण में अद्भुत ऊर्जा और गर्व का भाव देखने को मिला।
Watch Video
Watch the full video for more details on this story.











