Uttarakhand : उत्तराखंड सरकार ने राज्य के सीमावर्ती जिलों—पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी—में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। चीन और नेपाल की सीमा से सटे संवेदनशील गांवों में अब 15 नए पुलिस चेकपोस्ट बनाए जाएंगे।
इन चेकपोस्टों पर आधुनिक संचार सुविधाएं जैसे वायरलेस सेट और रिपीटर सिस्टम लगाए जाएंगे, जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई हो सके। सरकार का यह अभियान केवल सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि पलायन को रोकने और सीमावर्ती क्षेत्रों को सशक्त बनाने का भी प्रयास है।
सरकार ने तय किया है कि इन इलाकों में आधारभूत ढांचे को मजबूत किया जाएगा, जैसे सड़कें, स्वास्थ्य सेवाएं और शिक्षा केंद्र। इससे इन गांवों में रहने वाले लोगों को रोज़गार के अवसर मिलेंगे और वे दूसरे शहरों की ओर पलायन नहीं करेंगे।
Uttarakhand : पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
सरकार की योजना है कि सीमावर्ती गांवों को पर्यटन के लिए विकसित किया जाए। बेहतर सुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं के साथ ये क्षेत्र साहसिक पर्यटन, ट्रैकिंग और संस्कृति से जुड़े कार्यक्रमों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकते हैं।
इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे और गांवों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। नए चेकपोस्टों पर स्थानीय पुलिस तैनात रहेगी, जो सीमा सुरक्षा बलों जैसे आईटीबीपी और एसएसबी के साथ मिलकर काम करेगी।
यह संयुक्त प्रयास तस्करी, घुसपैठ और अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने में मदद करेगा। सीमावर्ती इलाकों में इस समय जैसी चौकसी की जरूरत है, वह अब पहले से कई गुना ज्यादा मजबूत हो सकेगी।
Uttarakhand : चिन्हित गांवों में जल्द शुरू होगा काम
पिथौरागढ़, चमोली और उत्तरकाशी जिलों के करीब 50 से अधिक गांवों को इस योजना में शामिल किया गया है। इनमें से कई गांवों को विशेष निगरानी क्षेत्र घोषित किया जाएगा, जहां प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्य शुरू किए जाएंगे।
धामी सरकार की यह योजना राज्य के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा को नई मजबूती देगी। साथ ही, इससे इन दूरस्थ गांवों में विकास की नई धारा बहेगी, जिससे न केवल पलायन रुकेगा, बल्कि उत्तराखंड की सीमाएं भी और ज्यादा सुरक्षित बनेंगी।
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