UP : उत्तर प्रदेश के ऐतिहासिक जिले बहराइच में एक विशेष कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराजा सुहेलदेव की भव्य अश्वारोही प्रतिमा का अनावरण करेंगे। यह आयोजन न केवल क्षेत्रीय गौरव का प्रतीक है, बल्कि राज्य सरकार की सांस्कृतिक विरासत को पुनर्स्थापित करने की दिशा में एक और अहम कदम है।
UP : कौन थे महाराजा सुहेलदेव?
महाराजा सुहेलदेव श्रावस्ती के एक राजपूत राजा थे, जिन्हें भारतीय इतिहास में महमूद गजनवी के सेनापति गाजी सैयद सलार मसूद को हराने वाले वीर योद्धा के रूप में जाना जाता है। 11वीं सदी में जब विदेशी आक्रमणकारी उत्तर भारत में घुसपैठ कर रहे थे, तब महाराजा सुहेलदेव ने उन्हें रोकने के लिए वीरता से युद्ध लड़ा और बहराइच की धरती पर निर्णायक विजय प्राप्त की।
वर्तमान में महाराजा सुहेलदेव को देशभक्ति, स्वाभिमान और राष्ट्ररक्षा के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। उनकी स्मृति को जीवंत बनाए रखने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है।
UP : सीएम योगी का कार्यक्रम
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगामी दिनों में बहराइच का दौरा करेंगे जहां वह महाराजा सुहेलदेव की 24 फीट ऊंची अश्वारोही प्रतिमा का अनावरण करेंगे। यह प्रतिमा बहराइच के चित्तौरा झील क्षेत्र में स्थापित की गई है, जो इतिहास में महाराजा सुहेलदेव और गाजी सैयद सलार मसूद के बीच हुए युद्ध का प्रमुख स्थल माना जाता है।
सीएम योगी प्रतिमा का लोकार्पण कर जनसभा को भी संबोधित करेंगे, जिसमें वे महाराजा सुहेलदेव के योगदान और वर्तमान सरकार के विकास कार्यों पर चर्चा करेंगे।
UP : प्रतिमा की खासियतें
1. ऊंचाई और स्वरूप: प्रतिमा की ऊंचाई 24 फीट है और यह अश्वारोही मुद्रा में है – यानी महाराजा घोड़े पर सवार होकर युद्ध मुद्रा में दिखाई दे रहे हैं।
2. सामग्री: इसे विशेष धातु मिश्रण (ब्रॉन्ज़ और कॉपर) से तैयार किया गया है, जो इसे लंबे समय तक टिकाऊ और मौसम प्रतिरोधी बनाता है।
3. स्थापना स्थल: चित्तौरा झील के पास इसे स्थापित किया गया है, जो महाराजा की ऐतिहासिक विजय से जुड़ा क्षेत्र है।
4. पर्यटन और सांस्कृतिक केंद्र: प्रतिमा स्थल को एक पर्यटन और सांस्कृतिक परिसर के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसमें संग्रहालय, पुस्तकालय और गार्डन भी होंगे।
UP : राज्य सरकार की मंशा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार भारतीय विरासत और सांस्कृतिक प्रतीकों को पुनर्जीवित करने में लगातार जुटी है। महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा भी इसी दिशा में एक अहम कदम है। सरकार की योजना है कि चित्तौरा झील क्षेत्र को राष्ट्रीय स्तर के पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाए।
सीएम योगी इससे पहले भी महाराजा सुहेलदेव के नाम पर सड़क परियोजनाओं, ट्रेनों और विश्वविद्यालय के नामकरण कर चुके हैं। इससे सरकार का स्पष्ट संदेश है कि वह लोकनायकों की वीरगाथाओं को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है।
UP : स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
बहराइच के लोगों में इस कार्यक्रम को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। महाराजा सुहेलदेव को स्थानीय ही नहीं, बल्कि पूरे पूर्वांचल क्षेत्र में सम्मान और श्रद्धा के साथ पूजा जाता है। लोगों को उम्मीद है कि इस आयोजन के बाद बहराइच को नई पहचान मिलेगी और पर्यटन के लिहाज से भी जिले को बढ़ावा मिलेगा।
महाराजा सुहेलदेव की अश्वारोही प्रतिमा का अनावरण केवल एक मूर्ति का अनावरण नहीं है, बल्कि यह हमारे स्वाभिमान, गौरव और इतिहास को जीवित रखने की पहल है। सीएम योगी का यह कदम न केवल सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक है, बल्कि यह भावी पीढ़ियों को प्रेरणा देने वाला ऐतिहासिक संदेश भी है। अब देखना होगा कि इस पहल से बहराइच को राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर कितनी मजबूती से जगह मिलती है।
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