यूपी विधानसभा में कोडिन कफ सिरप मामला: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विपक्ष पर बड़ा हमला, एनडीपीएस एक्ट में होगी सख्त कार्रवाई
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में कोडिन कफ सिरप के कथित दुरुपयोग और मौतों के आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष, विशेषकर समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला। मुख्यमंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि प्रदेश में कोडिन कफ सिरप से एक भी मौत नहीं हुई है और इस संबंध में फैलाई जा रही अफवाहें पूरी तरह भ्रामक हैं। उन्होंने सदन में स्पष्ट किया कि यह मामला एनडीपीएस एक्ट (NDPS Act) के तहत आता है और सरकार ने इसे अदालत में मजबूती से लड़ा है, जिसमें राज्य सरकार को सफलता भी मिली है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय पर चुटकी लेते हुए कहा कि आमतौर पर इस उम्र में व्यक्ति सच बोलने का आदी हो जाता है, लेकिन समाजवादी पार्टी इस उम्र में भी उनसे झूठ बुलवा रही है। उन्होंने कहा कि माता प्रसाद पांडेय ने लंबे समय तक विधानसभा अध्यक्ष के रूप में सदन को गरिमा के साथ चलाया है, ऐसे में उनसे इस तरह के तथ्यहीन आरोपों की उम्मीद नहीं थी।
अब तक 79 मुकदमे, 225 नामजद आरोपी
सीएम योगी ने सदन को जानकारी देते हुए बताया कि कोडिन कफ सिरप मामले में अब तक 79 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं, जिनमें 225 अभियुक्त नामजद हैं। इनमें से 78 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि 134 फर्मों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई है। इस पूरे प्रकरण की जांच एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) द्वारा की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि जांच में बार-बार यह तथ्य सामने आ रहा है कि कहीं न कहीं इस अवैध नेटवर्क में समाजवादी पार्टी से जुड़े नेता या व्यक्ति शामिल पाए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अवैध लेन-देन लोहिया वाहिनी के एक पदाधिकारी के खाते के माध्यम से हुआ है, जिसकी जांच एजेंसियां कर रही हैं।
कोर्ट ने एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा चलाने के दिए निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अदालत ने इस मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा चलाने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। सरकार ने इस कानूनी लड़ाई को पूरी मजबूती से लड़ा और कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रखा। उन्होंने दो टूक कहा कि इस मामले में कोई भी अपराधी बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितना ही प्रभावशाली क्यों न हो।
बुलडोजर एक्शन को लेकर विपक्ष पर तंज
सीएम योगी ने बुलडोजर एक्शन को लेकर भी समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा, “चिंता मत कीजिए, समय आने पर बुलडोजर एक्शन की पूरी तैयारी रहेगी। उस समय चिल्लाइएगा नहीं।” उनके इस बयान पर सदन में सत्तापक्ष की ओर से जमकर तालियां बजीं।
बिना डॉक्टर की सलाह के कफ सिरप का सेवन खतरनाक
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाहे बच्चे हों या वयस्क, कोई भी व्यक्ति बिना चिकित्सीय परामर्श के कोडिन युक्त कफ सिरप का सेवन नहीं कर सकता। खांसी की स्थिति में कफ सिरप लिया जाता है, लेकिन वह भी डॉक्टर की सलाह से। दवा की बोतल पर इसका स्पष्ट उल्लेख होता है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के लोगों का पढ़ाई-लिखाई से कोई खास वास्ता नहीं है, इसलिए वे इस तरह की भ्रामक बातें करते हैं।
2016 में समाजवादी सरकार ने दिया था सबसे बड़े होलसेलर को लाइसेंस
सीएम योगी ने सदन में बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि यूपी के सबसे बड़े कफ सिरप होलसेलर को एसटीएफ ने पकड़ा था और 2016 में इसी होलसेलर को समाजवादी पार्टी की सरकार ने लाइसेंस जारी किया था। उन्होंने कहा कि देश में दो ऐसे “नमूने” हैं, जो दिल्ली और लखनऊ में बैठते हैं। जब भी देश में कोई गंभीर चर्चा होती है, तो वे देश छोड़कर बाहर चले जाते हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि “आप चिल्लाते रहेंगे और आपके बबुआ इंग्लैंड सैर-सपाटे के लिए चले जाएंगे।”
यूपी में नहीं होता कोडिन कफ सिरप का उत्पादन
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश में कोडिन कफ सिरप का उत्पादन नहीं होता। यहां केवल स्टॉकिस्ट और होलसेलर हैं। इसका उत्पादन मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और अन्य राज्यों में होता है। जिन मौतों की बात की जा रही है, वे भी अन्य राज्यों से संबंधित हैं। कुछ मामले तमिलनाडु में बने सिरप से जुड़े हैं।
उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला इललीगल डायवर्जन का है, जिसमें सहारनपुर, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर और वाराणसी जैसे शहरों के होलसेलरों ने इसे उन राज्यों और देशों में भेजा, जहां मद्य निषेध है। वहां नशे के आदी लोगों द्वारा इसका दुरुपयोग किया गया।
सरकार की सख्त चेतावनी
अंत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोहराया कि प्रदेश सरकार नशे के कारोबार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। कानून के तहत सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को जेल भेजा जाएगा।
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