News : PM मोदी का साइप्रस में सम्मान, अफसर ने छुए पैर, पीएम हुए सरप्राइज, पढ़ें!

News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अंतरराष्ट्रीय दौरा इस बार एक अनोखे और भावुक क्षण का गवाह बना, जब साइप्रस की राजधानी निकोसिया में एक आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान एक अफसर ने पीएम मोदी के पैर छू लिए।

यह दृश्य ना केवल वहां मौजूद लोगों को चौंका गया, बल्कि खुद प्रधानमंत्री भी कुछ क्षण के लिए सरप्राइज़ रह गए। ये लम्हा अब सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है और देश-विदेश में इसकी चर्चा हो रही है।

News : पीएम मोदी का साइप्रस दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर साइप्रस पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। यह यात्रा भारत और साइप्रस के बीच राजनयिक संबंधों के 63 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित की गई थी।

इस दौरान दोनों देशों के बीच अर्थव्यवस्था, टेक्नोलॉजी, रक्षा और शिक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को लेकर अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।

सबसे ज्यादा ध्यान खींचने वाला पल उस समय आया, जब एक कार्यक्रम के बाद साइप्रस सरकार के एक भारतीय मूल के वरिष्ठ अधिकारी ने मंच पर आकर प्रधानमंत्री के पैर छुए।

पीएम मोदी इस अप्रत्याशित व्यवहार से पहले कुछ पल के लिए हैरान रह गए, फिर उन्होंने अधिकारी को गले से लगा लिया। उन्होंने तुरंत हाथ पकड़कर उन्हें उठाया और कहा, “ऐसा मत कीजिए, हम सब भारत माता की सेवा कर रहे हैं।”

इस पल का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें प्रधानमंत्री की आंखों में भावुकता और गर्व साफ झलक रहा है।

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News : किसने छुए पैर?

सूत्रों के मुताबिक, पैर छूने वाले अधिकारी का नाम रमेश वर्मा है, जो साइप्रस में भारत के राजनयिक मिशन में वरिष्ठ सांस्कृतिक समन्वयक के रूप में कार्यरत हैं।

उन्होंने मंच से कहा, “मैंने पीएम मोदी को एक प्रेरणा के रूप में देखा है। उनकी वजह से आज भारत को दुनिया भर में एक नई पहचान मिली है।”

उन्होंने आगे बताया कि यह सम्मान उनके व्यक्तिगत विचारों से जुड़ा था और उन्होंने यह कदम भावनात्मक प्रेरणा से उठाया।

News : पीएम मोदी की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री मोदी ने बाद में इस घटना पर कहा,“मैं अपने किसी भी साथी को अपने पैरों में नहीं देखना चाहता। हम सब मिलकर भारत को ऊंचाइयों तक पहुंचा रहे हैं। यहां जो भी सम्मान मुझे मिल रहा है, वह 135 करोड़ देशवासियों का है, मेरा नहीं।”

उन्होंने यह भी जोड़ा कि विदेश में जब कोई भारतीय अधिकारी इस तरह से आदर प्रकट करता है, तो इससे यह एहसास होता है कि ‘भारत अब केवल एक देश नहीं, बल्कि एक भावना बन चुका है।’

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News : सोशल मीडिया पर चर्चा

यह दृश्य सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। ट्विटर (अब X), इंस्टाग्राम और फेसबुक पर यूज़र्स ने इस पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोगों ने इसे संस्कारों और सम्मान की मिसाल बताया, तो कुछ ने कहा कि यह भारत की सॉफ्ट पावर का एक प्रतीक है।

एक यूज़र ने लिखा,“पीएम मोदी केवल एक नेता नहीं, एक भावना हैं। उनके लिए सम्मान सिर्फ भारत में नहीं, दुनिया भर में है।”

वहीं एक अन्य यूज़र ने कहा,“ऐसा दृश्य देखकर गर्व होता है कि भारत का नेतृत्व एक ऐसे व्यक्ति के हाथ में है जो देश की छवि को विश्व मंच पर नए आयाम दे रहा है।”

News : विपक्ष की मिली-जुली प्रतिक्रिया

जहां सत्ता पक्ष इस घटना को नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और प्रभाव के रूप में देख रहा है, वहीं विपक्ष ने इसे “अत्यधिक नाटकीय” बताते हुए तंज कसा है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, “नेता का सम्मान उनके काम से होता है, पैर छूने जैसी परंपरा आज के लोकतांत्रिक युग में शोभा नहीं देती।”

हालांकि सोशल मीडिया पर जनता का रुझान इस वक्त मोदी के पक्ष में दिख रहा है।

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News : आगे की योजनाएं

पीएम मोदी अपनी साइप्रस यात्रा के बाद इटली में होने वाले G7 समिट में भाग लेने वाले हैं, जहां वे वैश्विक नेताओं से मुलाकात कर कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जिनमें जलवायु परिवर्तन, वैश्विक व्यापार, और भारत की टेक्नोलॉजी में भूमिका शामिल है।

पीएम मोदी का यह दौरा न सिर्फ रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि एक भावनात्मक और प्रेरणादायक क्षण ने इसे खास बना दिया। अफसर द्वारा उनके पैर छूने का दृश्य यह दिखाता है कि देश के नेता को न केवल सत्ता का प्रतिनिधि बल्कि संवेदनाओं का प्रतीक भी माना जाता है। यह पल एक संदेश है कि सम्मान किसी पद का नहीं, कर्म का होता है — और पीएम मोदी के नेतृत्व ने यही साबित किया है।

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