Health : माइग्रेन से राहत के घरेलू उपाय, बिना दवा पाए सिरदर्द से निजात!

Health : भागदौड़ भरी जिंदगी, स्ट्रेस, नींद की कमी और अनियमित खानपान ने माइग्रेन को एक आम समस्या बना दिया है। सिर के एक तरफ तेज़ धड़कता हुआ दर्द, चक्कर आना, उल्टी, और तेज़ रोशनी या आवाज से परेशानी—ये माइग्रेन के आम लक्षण हैं।

हालांकि दवाएं उपलब्ध हैं, लेकिन कई बार घरेलू उपाय भी इस दर्द से राहत दिला सकते हैं। जानिए वो असरदार घरेलू नुस्खे जो माइग्रेन को नैचुरली कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।

1. अदरक की चाय: सूजन और उल्टी से राहत

अदरक में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण माइग्रेन के दर्द को कम करने में सहायक होते हैं। साथ ही, यह माइग्रेन के दौरान होने वाली मतली और उल्टी को भी शांत करता है। दिन में एक से दो बार अदरक की चाय पीने से आराम मिल सकता है।

2. तुलसी का कमाल

तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर पीने से सिरदर्द में राहत मिलती है। इसकी खुशबू भी माइग्रेन को शांत करने का काम करती है। अगर ताज़ी तुलसी न हो, तो तुलसी का तेल माथे पर हल्के हाथों से मसाज करने से भी फायदा होता है।

3. आइस पैक थेरेपी

माइग्रेन की शुरुआत होते ही माथे पर या गर्दन के पीछे आइस पैक रखने से दर्द को तुरंत रोका जा सकता है। ठंडक नसों को सुन्न कर देती है जिससे दर्द में राहत मिलती है।

4. कैफीन का सीमित सेवन

थोड़ी मात्रा में कैफीन माइग्रेन में राहत दे सकती है। लेकिन ज्यादा कैफीन लेने से यह ट्रिगर भी हो सकता है, इसलिए संतुलन जरूरी है। दिन में एक कप कॉफी या ग्रीन टी माइग्रेन की शुरुआत में राहत दे सकती है।

5. हाइड्रेशन है ज़रूरी

माइग्रेन का बड़ा कारण डिहाइड्रेशन है। इसलिए दिनभर में कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीए। नींबू पानी या नारियल पानी जैसे नैचुरल हाइड्रेटर्स भी माइग्रेन में फायदेमंद रहते हैं।

6. लैवेंडर और पेपरमिंट ऑयल की मसाज

लैवेंडर और पेपरमिंट ऑयल की खुशबू तनाव को कम करती है। इनका उपयोग सिर और गर्दन की मसाज में करें। यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और माइग्रेन की तीव्रता को घटाता है।

7. नियमित नींद और दिनचर्या

अनियमित नींद माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती है। रोज़ाना 7-8 घंटे की गहरी नींद लें और एक तय समय पर सोने-जागने की आदत बनाएं। मोबाइल और स्क्रीन्स से दूरी भी बहुत जरूरी है।

8. योग और प्राणायाम का अभ्यास

शांत मन और नियमित योगाभ्यास माइग्रेन को कंट्रोल करने में बेहद कारगर है। विशेष रूप से अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और शवासन जैसे प्राणायाम माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद करते हैं।

9. खानपान का रखें विशेष ध्यान

ज्यादा तला-भुना, चॉकलेट, चीज़, और प्रिज़र्व्ड फूड माइग्रेन ट्रिगर कर सकते हैं। संतुलित और पौष्टिक आहार जैसे हरी सब्जियाँ, फल, ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त भोजन माइग्रेन को कंट्रोल में रखने में सहायक होते हैं।

10. स्क्रीन टाइम कम करें

लंबे समय तक मोबाइल, लैपटॉप या टीवी की स्क्रीन देखने से आंखों पर दबाव पड़ता है, जिससे माइग्रेन की समस्या बढ़ सकती है। हर 30 मिनट पर आंखों को आराम देना जरूरी है।

माइग्रेन एक गंभीर लेकिन मैनेजेबल समस्या है। अगर इसके ट्रिगर्स को पहचान लिया जाए और सही जीवनशैली अपनाई जाए, तो बिना दवाओं के भी इससे राहत पाई जा सकती है। ऊपर दिए गए घरेलू उपाय ना सिर्फ दर्द कम करते हैं, बल्कि शरीर और मन दोनों को संतुलित रखने में मदद करते हैं। हालांकि, अगर माइग्रेन बार-बार हो रहा है या दर्द असहनीय हो रहा है, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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