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किसान सम्मान दिवस 2025: सीएम योगी ने किसानों की मेहनत को किया नमन, ट्रैक्टर वितरण से लेकर MSP तक बड़ी घोषणाएं

लखनऊ: किसान सम्मान दिवस 2025 के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों की मेहनत, आत्मसम्मान और योगदान को नमन करते हुए कहा कि किसान ही भारत की असली ताकत है। उन्होंने कहा कि जब किसान सर्दी, गर्मी और बारिश की परवाह किए बिना पसीना बहाता है, तब धरती मां अन्न के रूप में सोना उगलती है। इस अवसर पर सीएम योगी ने किसानों को ट्रैक्टर की चाबी सौंपी और कई किसान हितैषी योजनाओं का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न चौधरी चरण सिंह की जयंती पर विधान भवन परिसर स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह देश, गांव और किसान के सच्चे हितैषी थे। उनका मानना था कि जब तक किसान समृद्ध नहीं होगा, तब तक भारत अमीर नहीं बन सकता।

किसानों के चेहरे की मुस्कान बनी सरकार की सफलता

सीएम योगी ने किसान समृद्धि योजना के तहत ट्रैक्टर पाने वाले किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि किसी किसान ने अपनी मां को तो किसी ने अपनी पत्नी को ट्रैक्टर में बैठाकर गांव में घुमाया। यही किसान की असली ताकत और आत्मसम्मान है। सरकार की नीतियों का उद्देश्य किसानों को आत्मनिर्भर और सम्मानजनक जीवन देना है।

2014 के बाद बदली किसानों की तस्वीर

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार किसान सरकार के एजेंडे का केंद्र बना। स्वायल हेल्थ कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, पीएम किसान सम्मान निधि और MSP की गारंटी जैसी योजनाओं ने किसानों की दशा और दिशा बदल दी।

अब किसान को बीज से लेकर बाजार तक सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। बिचौलियों की भूमिका खत्म हुई है और अगर किसान को बाजार में सही दाम नहीं मिलता तो सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उसकी फसल खरीदती है।

उत्तर प्रदेश में बढ़ा उत्पादन, घटी लागत

सीएम योगी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में धान, गेहूं, चना, सरसों, बाजरा और मक्का जैसी फसलों के उत्पादन में कई गुना वृद्धि हुई है। नई तकनीक, बेहतर बीज और समय पर सरकारी सहायता से किसानों की लागत घटी है और आमदनी बढ़ी है।

गन्ना किसानों के लिए सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। 1996 से 2017 तक जितना भुगतान नहीं हुआ था, उससे लगभग 75 हजार करोड़ रुपये अधिक भुगतान पिछले 8 वर्षों में किया गया है। पेराई सत्र 2025-26 के लिए अगेती गन्ने का मूल्य ₹400 प्रति कुंतल निर्धारित किया गया है।

कृषि अवसंरचना को मिल रहा बढ़ावा

उत्तर प्रदेश में कृषि विज्ञान केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 89 कर दी गई है। नौ क्लाइमेटिक जोन में इतने कृषि विज्ञान केंद्र किसी अन्य राज्य में नहीं हैं। किसानों को आधुनिक खेती की जानकारी देने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विकसित किए जा रहे हैं।

लखनऊ में चौधरी चरण सिंह के नाम पर आधुनिक सीड पार्क बनाया जा रहा है, जिससे किसानों को उच्च गुणवत्ता का बीज समय पर मिलेगा और उत्पादन में 30 प्रतिशत तक वृद्धि संभव होगी। बाराबंकी में टिश्यू कल्चर की अत्याधुनिक लैब भी स्थापित की जा रही है।

प्राकृतिक खेती पर जोर

सीएम योगी ने कहा कि अगर कैंसर, किडनी और लीवर जैसी बीमारियों से बचना है तो प्राकृतिक खेती ही एकमात्र रास्ता है। सरकार किसानों को जैविक और प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है।

किसानों के लिए राहत भरे फैसले

मुख्यमंत्री ने बताया कि 16 लाख निजी ट्यूबवेल से जुड़े किसानों का ऋण माफ किया गया है। सरकार हर साल 3600 करोड़ रुपये बिजली सब्सिडी के रूप में देती है। सहकारी बैंकों के माध्यम से मिलने वाले कृषि ऋण पर ब्याज दर घटाकर 6 प्रतिशत कर दी गई है।

उन्होंने कहा कि अब योजनाओं की रफ्तार सुस्त नहीं है। सरकार किसानों के साथ खड़ी है और चौधरी चरण सिंह के सपनों को साकार करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।

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