UP : उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के युवाओं के लिए एक बेहद महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार ने “ग्लोबल केपेबिलिटी सेंटर (GCC)” नीति को हरी झंडी दी है, जिसके तहत राज्य के चार प्रमुख शहरों में अत्याधुनिक तकनीकी और प्रोफेशनल हब बनाए जाएंगे। इस योजना से दो लाख युवाओं को सीधे रोजगार मिलने की संभावना है।
नई नीति के अंतर्गत वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर और नोएडा को GCC सेंटर्स के लिए चुना गया है। इन सेंटर्स के ज़रिए मल्टीनेशनल कंपनियों को आकर्षित किया जाएगा, जिससे आईटी, फाइनेंस, हेल्थकेयर और इंजीनियरिंग सेक्टर में नौकरियों की बाढ़ आने की उम्मीद है।
UP : सैलरी पैकेज होगा आकर्षक
नीति का मुख्य फोकस केवल रोजगार देना नहीं है, बल्कि युवाओं को अच्छी सैलरी वाली नौकरियों से जोड़ना है। सरकार का दावा है कि ये नौकरियां प्राइवेट सेक्टर में होंगी और इनका वेतन स्तर राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक होगा।
इन GCC हब्स को विकसित करने के लिए सरकार कंपनियों को सब्सिडी और टैक्स में राहत देगी। इसके अलावा, इन सेंटर्स में काम करने वालों के लिए स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम भी चलाए जाएंगे, ताकि लोकल टैलेंट को प्राथमिकता मिल सके।
UP : फायर सेफ्टी में भी रोजगार की योजना
इसके साथ ही अग्निशमन विभाग द्वारा चलाई जा रही नई योजना के तहत 2 लाख युवाओं को फायर सेफ्टी ऑफिसर और अन्य पदों के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी। 1 से 4 हफ्तों की ट्रेनिंग के बाद युवाओं को मॉल्स, अस्पतालों, स्कूलों और ऑफिस परिसरों में नियुक्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पहल उत्तर प्रदेश को केवल औद्योगिक दृष्टि से नहीं, बल्कि मानव संसाधन के स्तर पर भी अग्रणी बनाएगी। सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश का हर युवा आत्मनिर्भर और सक्षम बने।
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