News : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जन संवाद कार्यक्रम में राज्य के कोने-कोने से आए नागरिकों की समस्याएं सुनीं। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण, महिलाएं, बुजुर्ग और युवा अपनी-अपनी परेशानियों के साथ मुख्यमंत्री के समक्ष पहुंचे। मुख्यमंत्री ने न केवल सभी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना, बल्कि संबंधित विभागीय अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य सरकार का मूल उद्देश्य जनकल्याण है और जनता की बात सुनना और उस पर अमल करना हमारी पहली जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, “हर व्यक्ति की परेशानी मेरे लिए अहम है। किसी को भी अनदेखा नहीं किया जाएगा। जो जहां से आया है, उसे खाली हाथ नहीं लौटने देंगे।”
कार्यक्रम में बिजली-पानी की समस्याएं, सड़क की खराब स्थिति, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, पेंशन से जुड़ी अड़चनें, स्कूलों में शिक्षकों की अनुपलब्धता जैसे कई मुद्दे उठे। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से लेते हुए संबंधित अधिकारियों से कहा कि समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए और इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
News : जन समस्याओं का स्थायी समाधान करें
मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नियमित रूप से फील्ड में जाकर जन समस्याओं का स्थायी समाधान करें। उन्होंने कहा कि अब “फाइलों में नहीं, फील्ड में समाधान दिखना चाहिए।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार पारदर्शिता, जवाबदेही और तत्परता के सिद्धांतों पर काम कर रही है और हर नागरिक को सुशासन का अहसास होना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने मौजूद जनता को भरोसा दिलाया कि सरकार हर समस्या का हल खोजने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और आगे भी ऐसे संवाद कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे ताकि सरकार और जनता के बीच सीधा संवाद बना रहे।
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