News : कामाक्षी रावत की दुखद कहानी : 17 दिनों बाद श्रीनगर डैम से मिला शव!
News : 26 जुलाई 2025 की शाम को रुद्रप्रयाग जिले से एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई। 13 वर्षीय कामाक्षी रावत, जो 9 जुलाई को सुमेरपुर तिलणी गाँव से अचानक लापता हुई थी, 17 दिन बाद श्रीनगर डैम (टिहरी‑गढ़वाल) के चैनल नंबर 04 के गेट से मृत हालत में बरामद हुई. कामाक्षी 9 जुलाई को शाम करीब 4 बजे घर से निकल गई थी और वापस नहीं लौटी।
परिवार ने अगले दिन रुद्रप्रयाग थाने में लापता होने की आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई, उन्होंने बताया कि बेटी के अचानक गायब होने के बाद से घर-परिवार पूरी तरह टूट गया—ना ठीक से खाना, ना सोना, सिर्फ एक ही आस थी कि पुलिस उसे जल्द खोज निकाले।
रुद्रप्रयाग पुलिस ने स्थानीय स्तर पर सीसीटीवी फुटेज खंगाली, आस-पास के इलाके में पूछताछ की, लेकिन कामाक्षी का कोई सुराग नहीं मिला। परिवार और पुलिस दोनों निराश होते चले गए। बावजूद इसके केस की गहराई से जांच जारी रही
News : शव की बरामदगी का दर्दनाक सच
26 जुलाई को स्थानीय लोगों ने डैम के चैनल नंबर 04 के गेट पर एक शव तैरता देखा। सूचना मिलते ही चौरास पुलिस चौकी ने आपदा जल पुलिस टीम (40वीं वाहिनी, पीएसी, हरिद्वार) को रवाना किया।
रस्सियों और विशेष तकनीकी सहायता से शव को सावधानी से बाहर निकाला गया। पहचान के लिए शव को श्रीकोट मोर्चरी भेजा गया, जहाँ बाद में यह पुष्टि हुई कि यह कामाक्षी रावत की ही लाश थी। परिवार पर दुखों का पहाड़
परिवार के सदस्य सदमे में हैं। उन्होंने बताया कि 9 जुलाई की शाम से ही उनकी बेटी का कोई अता-पता नहीं था। खाने-पीने से उनका मन नहीं लग रहा था और नींद भी छिन गई थी। हर वक्त सिर्फ यही सोचते रहे कि पुलिस उनकी बच्ची को घर वापस ले आएगी। लेकिन अचानक मिली मौत की सूचना ने परिवार को गहरे शोक में डुबो दियापुलिस ने शव का पंचनामा भरने के बाद उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की ठीक वजह सामने आएगी। फिलहाल पुलिस इस दुखनाक घटना की गहराई से जांच कर रही है ताकि पता चल सके यह हादसा था या हत्या, और दोषी कौन है। यह घटना न केवल कामाक्षी की जानलेवा हालत का संदेश देती है, बल्कि एक मासूम की सुरक्षा और उसके परिवार की बेबसी को भी उजागर करती है। 17 दिन तक उम्मीद और फिर अचानक यह धर्मांतरण कर देने वाली खबर—यह सब बेहद जहिलकारी और पीड़ा भरा है।
इस प्रकार की सच्ची घटनाएं हमें याद दिलाती हैं कि हमारी सुरक्षा, समाज की चौकसी और प्रभावी पुलिस कार्रवाई कितनी अहम होती है। उम्मीद है कि जल्द ही इस केस की निष्पक्ष जांच पूरी हो, दोषी उजागर हों, और परिवार को न्याय मिले।
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