UP: अपने होटल में क्या करवा रहे थ बीजेपी नेता?
मेरठ का हारमनि इंन कोई मामूली होटल नहीं ये अड्डा है अवैध कसीनो का, कई नामचीन परिवार के लोगों के जुआं खेलने का जहां 1 लाख रूपए की एंट्री फीस देने के बाद आप टेबल पर पहुंच सकते हैं और ये धड़ल्ले से चला रहे थे होटल के मालिक और भाजपा के पूर्व महानगर कोषाध्यक्ष नवीन अरोड़ा।
मेरठ के गढ रोड़ पर होटल हारमनि इंन में चोरी छिपके कसीनो चल रहा था जहां बड़े पैमाने पर करोड़ों रूपये की जुए की बाज़ी लगाई जा रही थी। लेकिन बड़े ही फिल्मी अंदाज़ में यहां पर छापा मारा गया। इसकी कहानी भी बडी फिल्मी निकली। तो आइए पहले अपको बताते हैं कि पुलिस ने कैसे प्लान बनाकर यहां छापा मारा।
दरअसल जैसे इस कसीनो की जानकारी एससपी को हुई तो तींन सीओ की टीम बनाई गई जो लोकल नौचंदी थाने की पुलिस को बिना बताए होटल पहुंचे। 21 अक्टूबर की रात लगभग 1 बजकर 45 मिनट पर होटल में छोपमारी के लिए गए तो वहां फस्र्ट फलोर पर कसीनो चलते पाया गया। जहां शहर के कई रइसज़ादे जुआं खेलते नज़र आए। यहां लड़कियां इस दौरान वैअरेस का काम कर रही थीं।
होटल में क्या करवा रहे थ बीजेपी नेता?
होटल मालिक और भाजपा के पूर्व महानगर कोषाध्यक्ष नवीन अरोड़ा समेत कुल 8 लोगों को गिरफतार किया। मौके से 8 हजा़र छह सौ सेंतिस अलग अलग चिप्स मिले। जिसमें गोल चिप्स कुल 8 हज़ार पांच सौ बत्तीस और 105 बिसकिट आकार के चिप्स मिले। एक लाख नौ हज़ार उंन्सठ रूपए नकद और पैंतिस गड्डी ताश के पत्ते बरामद हुए।
अब आइये आपको बताते हैं कि इसे कैसे चलाया जाता था।
बताया जा रहा है कि कसीनो पर दांव लगाने वाले लोग घर से खाली हाथ होटल पहुंचते थे। सिर्फ एंट्री फीस जमा करके टेबल पर पहुंच जाते थे उसके बाद काउंटर पर जाकर चिप्स और क्वाइंन लेकर खेलना शुरू करते थे। काउंटर से क्वाइंस और चिप्स की रकम उंनके खाते में चढ़ा दी जाती थी हार और जीत के बाद अपने क्वाइंस और चिप्स जमस कर देते थे जितने क्वाइंन्स और चिप्स कम होते थे उंनक भुगतान अगले ही दिन उंनसे जाकर ले लिया जाता था अगर कोई चिप्स और क्वाइंन्स जीत जाता था तो उंनकी रकम अगले दिंन उंनके पास पहंुचा दी जाती थी। बताया जा रहा है कि इसी वजह से छापेमारी के दौरान पुलिस को माटी रकम बरामद नहीं हो पाई।
अब भाजपा के पूर्व कोषाध्यक्ष महानगर नवीन अरोड़ा का ये हारमनी इंन कोई पहली बार चर्चा में नहीं आया इससे पहले भी हारमनी इंन होटल पर विवाद हो चुका है। जब पुराने मालिक जोकि फिल्हाल मध्यप्रदेश में रहते हैं उन्होंने नवीन अरोड़ा पर धोखाधड़ी करके होटल कब्ज़ाने का आरोप लगाया था। छापेमारी के बाद होटल की तमाम परमिशनों पर भी जांच की जा रही है।
हालांकि जब इंनको गिरफतार करके थाने से न्यायालय में पेश करने के लिए ले जाया गया तो वहां उंनके समर्थकों ने जमकर नारेबाज़ी और हंगामा भी करने की कोशिश की।
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अब सवाल यही खड़ा होता है कि यहां अवैध तरीके से कसीनों चलाया जा रहा था तो लोकल थाने की पुलिस को आखिर क्यों और कैसे नहीं पता चला। आपको बता दें कि गिरफतार किए गए लोगों में होटल मालिक नवीन अरोड़ा, देवेन्द्र सेठी, संजय अरोड़ा, राजीव गुलाटी, राजकुमार, गौरव, मोहित टंडन और राकेश हैं। 22 अक्टूबर को जब इन्हें कोर्ट में पेश किया गया तो उन्हें ज़मानत पर रिहा कर दिया गया।