Health : तनाव को कम करने के लिए मानसिक शांति के उपाय
Health : आधुनिक जीवनशैली में तनाव एक आम समस्या बन चुकी है। तेज़ रफ्तार जिंदगी, काम का दबाव, पारिवारिक जिम्मेदारियां और सामाजिक अपेक्षाएं, ये सब मिलकर मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर डालते हैं। तनाव अगर लंबे समय तक बना रहे, तो यह डिप्रेशन, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज़ और कई मानसिक विकारों की वजह बन सकता है। ऐसे में मानसिक शांति को बनाए रखना बेहद जरूरी हो जाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ प्राकृतिक और व्यवहारिक उपायों को अपनाकर तनाव को नियंत्रित किया जा सकता है और मानसिक शांति को फिर से पाया जा सकता है। आइए जानते हैं कि तनाव कम करने के लिए कौन-कौन से उपाय कारगर हो सकते हैं। 

Health : योग और प्राणायाम: मन की शांति का आधार
योग और प्राणायाम मानसिक तनाव को दूर करने का सबसे प्रभावशाली तरीका है। अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और कपालभाति जैसे प्राणायाम तनाव को कम करते हैं, दिमाग को शांत करते हैं और शरीर को ऊर्जावान बनाते हैं। योगासन जैसे शवासन, वज्रासन और बालासन शरीर और मस्तिष्क को गहरी शांति प्रदान करते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, प्रतिदिन कम से कम 20 मिनट योग करने से तनाव का स्तर काफी कम होता है।
Health : ध्यान (मेडिटेशन): अंदरूनी संतुलन का जरिया
मेडिटेशन यानी ध्यान करना मानसिक शांति की कुंजी है। यह न केवल नकारात्मक विचारों को नियंत्रित करता है, बल्कि मस्तिष्क को रिलैक्स करता है। नियमित रूप से ध्यान करने से भावनात्मक संतुलन बना रहता है, नींद अच्छी आती है और एकाग्रता बढ़ती है। कई रिसर्च में पाया गया है कि जो लोग रोज ध्यान करते हैं, उनका तनाव स्तर 40-60 प्रतिशत तक घट जाता है।Health : संगीत थेरेपी: सुरों में छुपी राहत
तनाव कम करने के लिए संगीत एक सशक्त औजार है। शास्त्रीय संगीत, प्रकृति की ध्वनियां या पसंदीदा मधुर गीत सुनना मस्तिष्क में डोपामिन और सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ाता है, जिससे खुशी और शांति का अनुभव होता है। सोने से पहले सॉफ्ट म्यूज़िक सुनना मानसिक थकान को कम करता है।Health : सकारात्मक सोच और आत्म-संवाद
तनाव को कम करने के लिए खुद से सकारात्मक बातें करना और नकारात्मक सोच को हटाना बहुत जरूरी है। खुद को प्रेरित करना, अपनी खूबियों को स्वीकारना और हर परिस्थिति में समाधान खोजने की आदत मानसिक तनाव को काफी हद तक नियंत्रित करती है। मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे "कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी" का हिस्सा मानते हैं।Health : नींद का महत्व
पर्याप्त नींद न लेना मानसिक थकान और चिड़चिड़ापन बढ़ाता है। एक वयस्क को रोज 7 से 8 घंटे की नींद लेना आवश्यक है। सोने से पहले मोबाइल, टीवी या लैपटॉप जैसे स्क्रीन टाईम को कम करना नींद की गुणवत्ता में सुधार लाता है। गहरी नींद से दिमाग तरोताजा होता है और तनाव अपने आप घटता है।Health : प्राकृतिक वातावरण से जुड़ाव
प्राकृतिक वातावरण में समय बिताना तनाव को कम करता है। पार्क में सैर, पहाड़ों या नदी के किनारे समय बिताना, पेड़-पौधों की देखभाल करना – ये सब मानसिक रूप से सुकून देते हैं। ग्रीन स्पेस में रोज़ाना 30 मिनट बिताने से मानसिक थकावट में कमी आती है।