Health : घर पर ही डायबिटीज की जांच करने के तरीके!
Health : बदलती जीवनशैली, असंतुलित आहार और शारीरिक गतिविधियों की कमी के चलते डायबिटीज (मधुमेह) एक आम लेकिन खतरनाक बीमारी बन गई है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के अनुसार, दुनियाभर में लगभग 42 करोड़ लोग डायबिटीज से जूझ रहे हैं और भारत इसमें शीर्ष देशों में से एक है। ऐसे में समय-समय पर डायबिटीज की जांच करना बेहद जरूरी है। अच्छी बात यह है कि अब आप घर बैठे ही डायबिटीज की जांच कर सकते हैं। 

Health : घर पर डायबिटीज की जांच क्यों जरूरी है?
डायबिटीज को ‘साइलेंट किलर’ भी कहा जाता है क्योंकि इसके लक्षण धीरे-धीरे सामने आते हैं और कई बार तब तक नहीं दिखते जब तक नुकसान गहरा न हो जाए। नियमित जांच से न सिर्फ आप समय रहते इस बीमारी की पहचान कर सकते हैं, बल्कि इसे नियंत्रित भी रख सकते हैं।Health : घर पर डायबिटीज की जांच के मुख्य तरीके
1. ग्लूकोमीटर से ब्लड शुगर लेवल चेक करना
ग्लूकोमीटर एक पोर्टेबल डिवाइस होता है जो घर पर ब्लड शुगर लेवल नापने का सबसे आसान और भरोसेमंद तरीका है। कैसे करें इस्तेमाल?- एक टेस्ट स्ट्रिप को ग्लूकोमीटर में लगाएं।
- फिंगर प्रिकर की मदद से उंगली से थोड़ा खून निकालें।
- खून की बूंद को स्ट्रिप पर रखें।
- कुछ सेकंड में स्क्रीन पर ब्लड शुगर लेवल दिख जाएगा।
- तेज और सटीक नतीजे
- रोजाना कई बार जांच करने की सुविधा
- रिकॉर्ड बनाए रखने की सुविधा

2. कंटिन्युअस ग्लूकोज मॉनिटरिंग (CGM) डिवाइस
यह एडवांस टेक्नोलॉजी है जो लगातार शरीर में ग्लूकोज स्तर की निगरानी करती है। इसमें एक छोटा सेंसर त्वचा के नीचे लगाया जाता है जो 24x7 ग्लूकोज लेवल मापता है और मोबाइल ऐप या डिवाइस से कनेक्ट होकर रिपोर्ट देता है। कब करें इस्तेमाल?- जिन लोगों को हाई या लो ब्लड शुगर की बार-बार समस्या होती है
- गर्भवती महिलाओं में गेस्टेशनल डायबिटीज की निगरानी के लिए
- बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह अधिक सुरक्षित तरीका है
- बार-बार उंगली चुभाने की जरूरत नहीं
- रियल टाइम डेटा
- लो या हाई शुगर की चेतावनी समय पर मिलती है
3. यूरीन ग्लूकोज टेस्ट स्ट्रिप
यह एक पुराना और कम सटीक तरीका है, लेकिन शुरुआती जांच के लिए कुछ हद तक उपयोगी हो सकता है। यूरीन टेस्ट स्ट्रिप यूरिन में ग्लूकोज की उपस्थिति का पता लगाती है। कैसे करें इस्तेमाल?- स्ट्रिप को ताजे यूरिन में डुबोएं
- कुछ सेकंड बाद रंग परिवर्तन का निरीक्षण करें
- दिए गए चार्ट से मिलान कर ग्लूकोज स्तर का अनुमान लगाएं
4. मोबाइल-ऐप आधारित डायबिटीज टेस्टिंग किट्स
आजकल कई डिजिटल किट्स बाजार में उपलब्ध हैं जो ब्लड सैंपल लेकर मोबाइल ऐप से कनेक्ट होती हैं और रिपोर्ट देती हैं। इनका यूजर इंटरफेस बेहद आसान होता है और रिकॉर्डिंग फीचर के कारण आप अपने शुगर लेवल का ग्राफ भी देख सकते हैं। लाभ:- ट्रैकिंग आसान
- डॉक्टर से रियल टाइम शेयरिंग
- लंबे समय तक डाटा स्टोर करने की सुविधा
5. ए1सी (HbA1c) टेस्ट किट्स
ए1सी टेस्ट पिछले 2-3 महीनों के औसत ब्लड शुगर लेवल का पता लगाने में मदद करता है। अब कई कंपनियां होम कलेक्शन या एट-होम टेस्टिंग किट्स देती हैं जिससे आप खुद टेस्ट करके सैंपल लैब को भेज सकते हैं। परिणाम:- यदि ए1सी 5.7% से कम है, तो सामान्य
- 5.7% से 6.4% के बीच प्री-डायबिटिक
- 6.5% या अधिक हो तो डायबिटीज की पुष्टि होती है
Health : घर पर डायबिटीज जांचते समय किन बातों का रखें ध्यान?
- जांच सुबह खाली पेट और खाना खाने के 2 घंटे बाद करें
- स्ट्रिप्स और उपकरण की वैधता (expiry date) जरूर जांचें
- हर बार उंगली की अलग जगह से खून लें
- हाथ साफ रखें और सैनिटाइज़ जरूर करें
- रिकॉर्ड को व्यवस्थित रखें ताकि डॉक्टर को दिखा सकें
Health : क्या कहती हैं हेल्थ एक्सपर्ट्स?
डायबिटीज विशेषज्ञों का कहना है कि घर पर नियमित जांच करने से समय पर बदलाव किए जा सकते हैं। डॉक्टरों के अनुसार, हर डायबिटिक मरीज को सप्ताह में कम से कम 3-4 बार अपना ब्लड शुगर मॉनिटर करना चाहिए। वहीं, अगर आप प्री-डायबिटिक हैं तो महीने में एक बार भी जांच काफी है।