News : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर यह साफ़ कर दिया है कि राज्य सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता स्थानीय लोगों को उनके ही ज़िले और क्षेत्रों में रोज़गार दिलाना है। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ विकास की बात नहीं करती, बल्कि स्थानीय युवाओं के भविष्य को संवारने के लिए ठोस कदम उठा रही है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में पलायन की समस्या लंबे समय से चिंता का विषय रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार स्थानीय संसाधनों का उपयोग कर रोजगार पैदा करने पर पूरा फोकस कर रही है।
उन्होंने बताया कि राज्य में नई औद्योगिक, पर्यटन, और स्टार्टअप नीतियों के ज़रिए निवेश आकर्षित किया जा रहा है, ताकि यहां के युवाओं को यहीं अच्छी नौकरी और व्यवसाय के मौके मिल सकें।
इसके लिए ‘एक ज़िला – दो उत्पाद’ योजना को ज़मीनी स्तर पर लागू किया गया है, जिससे पारंपरिक उत्पादों को पहचान और बाज़ार दोनों मिलें। सिर्फ शहरी नहीं, मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी ‘स्वरोजगार मिशन’ को तेज़ी से लागू करने की बात की, जिसके ज़रिए स्थानीय महिलाओं और युवाओं को स्वरोजगार के लिए आर्थिक सहायता और ट्रेनिंग दी जा रही है।
News : स्थानीय संस्कृति और पहचान को बढ़ावा
उन्होंने बताया कि सरकार ने हाल ही में एक ब्रांड – ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ लॉन्च किया है, जो स्थानीय कारीगरों, किसानों और महिला समूहों के बनाए प्रोडक्ट्स को देश-विदेश तक पहुंचाएगा। इससे सिर्फ आमदनी ही नहीं बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय संस्कृति और पहचान को भी बढ़ावा मिलेगा।
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने पर्यटन, योग और वेलनेस सेक्टर में भी नौकरी के नए अवसर पैदा करने की योजनाओं का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को विश्व योग राजधानी बनाने का जो सपना है, उसमें हज़ारों लोगों को रोजगार मिलेगा – ट्रेनर्स, वेलनेस गाइड्स, और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में।
मुख्यमंत्री ने अंत में दो टूक कहा कि विकास का असली मतलब तब है जब राज्य का हर युवा, हर परिवार आर्थिक रूप से सशक्त हो। “हमारा उत्तराखंड तभी आत्मनिर्भर बनेगा जब यहां का युवा अपने घर पर ही खुशहाल होगा,” उन्होंने जोर देते हुए कहा।
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