52 साल पहले चांद की सतह पर पड़े थे आर्मस्ट्रांग और एल्ड्रिन के पहले कदम | Nation One
20 जुलाई दुनिया के इतिहास में एक बहुत ही अहम और खास दिन माना जाता है। आपको बता दें कि 52 साल पहले आज ही के दिन नील आर्मस्ट्रांग ने पहली बार चांद पर कदम रखा था। उनके मिशन का नाम अपोलो मिशन 11 था।
अपोलो 11 अंतरिक्ष यान में कमांडर नील आर्मस्ट्रांग और चंद्र मॉड्यूल पायलट, बज़ एल्ड्रिन और माइकल कॉलिन्स सवार थे। अपोलो मिशन 11 विजय पाने के बाद धरती पर वापस चार दिन यानि 24 जुलाई 1969 को लौट आया था। यह मिशन सभी के लिए बहुत ही ऐतिहासिक साबित हुआ था।
आइए जानते है अपोलो मिशन 11 के बारे कुछ महत्तवपूर्ण बाते-
अपोलो मिशन 11 मानव जाति को चांद पर पहुंचाने वाला पहला अभियान था। आर्मस्ट्रान और एलरिड़न ने चांद की सतह पर पहली क्रू लैंडिंग की थी, नील आर्मस्ट्रांग ने उतरने के 6 घंटे बाद चांद की सतह पर अपने कदम रखे, उनके पहले शब्द थे कितने घंटे तक चांद पर रुके, उन्हें मिट्टी से कैसी खुशबू आई।
बता दें कि उन्होनें लगभग ढाई घंटे अंतरिक्ष यान के बाहर बिताये अपने साथी बज़ एल्ड्रिन के साथ। नील आर्मस्ट्रांग और बज़ एल्ड्रिन ने 21.5 किलोग्राम चांद की सामग्री एकत्र की और जांच के लिए पृथ्वी पर सामाग्री को लेकर वापस आए। कोलिन्स एक अंतरिक्ष यात्री थे जिन्होंने अपोलो 11 कंमाड स्पेस को चंद्रमा के चारों ओर उड़ाया था।
जानकारी के लिए बता दें कि इस चांद मिशन का लाइव प्रसारण भी हुआ था। जिसे आसपास के लाखों लोगों ने देखा था और 2009 मे नील आर्मस्ट्रांग सर ने अपनी याद को शेयर करते हुए बताया था कि मिट्टी से एक अलग तरह की स्मैल आ रही थी।
जो गन पाउडर जैसी थी, जैसे आतिशबाजी के बाद आती है। मिशन की सफलता के बाद नासा ने लैंडिंग को समय की सबसे बड़ी तकनीकी उपलब्धि बताई थी। 20 जुलाई का इतिहास दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक जाना जाता है।