News : सीएम धामी ने कॉर्बेट पार्क में शुरू की वन्यजीव भोजन मुहिम, लगाए 1000 फलदार पौधे!

News : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वन्यजीवों के संरक्षण और प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है। शनिवार को उन्होंने विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में वन्यजीव भोजन अभियान की शुरुआत की।

इस अभियान के तहत मुख्यमंत्री ने स्वयं अपने हाथों से 1000 से अधिक फलदार पौधे लगाए। इस पहल का उद्देश्य जंगलों में प्राकृतिक रूप से वन्यजीवों को भोजन उपलब्ध कराना और उनके मानव बस्तियों की ओर पलायन को रोकना है।

News : वन्यजीवों के लिए भोजन की प्राकृतिक व्यवस्था

सीएम धामी ने कहा कि यह पहल राज्य सरकार के “हरित उत्तराखंड, सुरक्षित वन्यजीव” विजन का हिस्सा है। कॉर्बेट पार्क में लगाए गए फलदार पौधों में आम, बेल, जामुन, बेर, आंवला, चीकू और अमरूद जैसी प्रजातियाँ शामिल हैं जो विभिन्न प्रकार के जानवरों जैसे हाथी, भालू, बंदर, हिरण आदि के लिए भोजन का प्राकृतिक स्रोत बनेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा लक्ष्य केवल पेड़ लगाना नहीं, बल्कि वन्यजीवों और मानवों के बीच संतुलन बनाए रखना है। जंगलों में भोजन की उपलब्धता बढ़ेगी तो वन्यजीव बस्तियों में प्रवेश नहीं करेंगे। इससे संघर्ष की घटनाओं में कमी आएगी।”

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News : स्थानीय समुदाय की भागीदारी को दी जा रही प्राथमिकता

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर स्थानीय वन अधिकारियों, पर्यावरण प्रेमियों, स्कूली बच्चों और ग्रामवासियों के साथ संवाद करते हुए कहा कि इस अभियान में स्थानीय लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि पौधारोपण के बाद इनकी नियमित देखभाल के लिए भी ग्राम समितियों और वन विभाग के संयुक्त सहयोग से निगरानी तंत्र तैयार किया जाएगा।

सीएम धामी ने कहा, “सिर्फ पौधे लगाकर छोड़ देना हमारी नीति नहीं है। इनका संरक्षण उतना ही जरूरी है। इसीलिए, हर पौधे को पालक परिवार या समिति दी जाएगी जो इसके बड़े होने तक जिम्मेदारी निभाएगी।”

News : पारिस्थितिकीय संरक्षण की दिशा में राज्य सरकार का प्रयास

उत्तराखंड सरकार पहले से ही पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण को लेकर सक्रिय है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में वृक्षारोपण अभियानों, प्लास्टिक मुक्त क्षेत्रों की स्थापना और जैव विविधता संवर्धन के कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले वर्षों में जंगलों में फलदार पौधों की संख्या लाखों में पहुंचाई जाएगी जिससे वन्यजीवों की प्राकृतिक खाद्य श्रृंखला मजबूत हो सके।

News : कॉर्बेट पार्क की खास भूमिका

कॉर्बेट नेशनल पार्क, जो एशिया का पहला नेशनल पार्क है, वन्यजीव संरक्षण की दिशा में उत्तराखंड की पहचान बना चुका है। बाघों की संख्या के लिहाज से भी यह देश के सबसे समृद्ध पार्कों में से एक है। यहाँ हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं, जिससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलता है बल्कि स्थानीय लोगों की आजीविका भी मजबूत होती है।

वन्यजीव भोजन मुहिम के तहत यहां प्राकृतिक रूप से फलदायक पौधों की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि जैव विविधता का संतुलन बेहतर हो और मानव-वन्यजीव संघर्ष में भी कमी आ सके।

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News : CM धामी का संदेश

कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री धामी ने सभी उत्तराखंडवासियों से अपील की कि वे पर्यावरण संरक्षण को व्यक्तिगत जिम्मेदारी समझें। उन्होंने कहा कि प्रकृति हमें देती है सब कुछ बिन मांगे, इसलिए उसका संरक्षण हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को एक-एक पौधा लगाने और उसे बड़ा करने का संकल्प दिलाया।

सीएम ने यह भी कहा कि राज्य सरकार आगामी महीनों में “वन्यजीव सप्ताह” के दौरान ऐसे कई और अभियान चलाएगी और वन्यजीवों के संरक्षण हेतु नीति निर्माण में आमजन की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की यह पहल केवल वन्यजीवों के लिए नहीं, बल्कि पूरे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक सकारात्मक संदेश है। कॉर्बेट पार्क में लगाए गए 1000 फलदार पौधे आने वाले समय में न सिर्फ वन्यजीवों के लिए भोजन का स्थायी स्रोत बनेंगे बल्कि जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने में भी सहायक होंगे। राज्य सरकार की यह सोच और कार्यशैली उत्तराखंड को एक हरित और सुरक्षित राज्य की ओर ले जा रही है।

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