Health : अचानक क्यों हो जाता है हाई बीपी, ये कितना खतरनाक!

Health : अचानक ब्लड प्रेशर का बढ़ जाना यानी हाई बीपी की समस्या आज के समय में एक गंभीर और आम स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है। जब बिना किसी लक्षण के ही बीपी का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तो यह स्थिति बेहद खतरनाक साबित हो सकती है।

चिकित्सकीय दृष्टि से इसे ‘हायपरटेंसिव इमरजेंसी’ कहा जाता है, जिसमें ब्लड प्रेशर इतना अधिक हो सकता है कि यह हृदय, मस्तिष्क, किडनी और आंखों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है।

Health : अचानक हाई बीपी होने के पीछे के कारण

ब्लड प्रेशर का सामान्य स्तर लगभग 120/80 mmHg होता है, लेकिन जब यह 140/90 mmHg या उससे ऊपर पहुंच जाए तो इसे हाई बीपी की श्रेणी में रखा जाता है। अचानक बीपी बढ़ने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। मानसिक तनाव और अत्यधिक चिंता इसका एक प्रमुख कारण है।

तनाव के दौरान शरीर की नसें सिकुड़ने लगती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है। इसके अलावा, अत्यधिक नमक का सेवन, नींद की कमी, सिगरेट या शराब पीने की आदत, मौसम में अचानक बदलाव, या कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट भी ब्लड प्रेशर को असंतुलित कर सकते हैं।

Health : हाई बीपी के संभावित लक्षण

अक्सर लोग समझ नहीं पाते कि अचानक बीपी बढ़ा है क्योंकि इसके लक्षण बेहद मामूली या फिर पूरी तरह गायब हो सकते हैं। फिर भी कई बार सिर में तेज दर्द, चक्कर आना, घबराहट, सांस फूलना, नाक से खून आना या सीने में दर्द जैसे संकेत मिलते हैं। ये लक्षण अगर नजर आएं तो यह स्थिति आपातकालीन हो सकती है, और बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

Health : कितना खतरनाक हो सकता है अचानक बढ़ा बीपी?

सवाल उठता है कि यह कितना खतरनाक हो सकता है? तो इसका उत्तर है — बहुत ज्यादा। हाई बीपी सीधे दिल पर दबाव डालता है, जिससे हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है। मस्तिष्क की रक्त वाहिकाएं या तो फट सकती हैं या ब्लॉक हो सकती हैं, जिससे ब्रेन स्ट्रोक का खतरा होता है।

यही नहीं, किडनी पर भी इसका सीधा असर पड़ता है और गंभीर स्थिति में किडनी फेल हो सकती है। आंखों की रेटिना की नसों पर भी दबाव बढ़ सकता है जिससे दृष्टि प्रभावित हो सकती है।

Health : आपात स्थिति में क्या करें?

अगर अचानक बीपी बढ़ जाए तो सबसे पहले घबराएं नहीं। शांत रहें और किसी शांत जगह बैठ जाएं। अगर घर में बीपी मॉनिटर है तो तुरंत नापें। हल्का गुनगुना पानी पिएं और अगर डॉक्टर ने कोई आपातकालीन दवा दी है तो उसे लें।

लेकिन अगर बीपी बहुत ज्यादा है (180/120 mmHg या उससे ऊपर) और सिरदर्द, धुंधलापन या सांस लेने में दिक्कत जैसी दिक्कतें भी हैं, तो बिना देर किए अस्पताल पहुंचें।

Health : बचाव के लिए क्या अपनाएं उपाय?

इस स्थिति से बचने के लिए रोजाना थोड़ी देर टहलना, व्यायाम करना, तनाव से दूर रहना, नींद पूरी लेना और संतुलित भोजन करना जरूरी है।

नमक की मात्रा सीमित रखें, धूम्रपान और शराब से परहेज करें, और अगर बीपी की दवा चल रही हो तो उसे नियमित रूप से लेते रहें। साथ ही हर कुछ महीनों में ब्लड प्रेशर की जांच जरूर कराएं, खासकर अगर फैमिली हिस्ट्री हो।

Health : सजगता ही सुरक्षा है

अचानक हाई बीपी की समस्या को हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। यह एक साइलेंट किलर है जो बिना कोई चेतावनी दिए शरीर के जरूरी अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है।

अगर आप सजग रहें, नियमित जांच कराते रहें और अपनी जीवनशैली को संतुलित रखें, तो इस गंभीर स्थिति से आसानी से बचा जा सकता है। स्वास्थ्य के प्रति थोड़ी सी जागरूकता ही लंबे जीवन का आधार बन सकती है।

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