वक्फ संपत्तियों पर शैक्षणिक संस्थान, अस्पताल का निर्माण किया जाएगा: नकवी

सोमवार को केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि ‘प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम’ के तहत देशभर में वक्फ संपत्तियों पर शैक्षणिक संस्थानों, कौशल विकास केंद्रों, सामुदायिक केंद्रों और अस्पतालों का निर्माण किया जाएगा। ‘राष्ट्रीय वक्फ सम्मेलन’ में उन्होंने कहा कि इससे मुस्लिम समुदाय के सामाजिक और शैक्षणिक सशक्तीकरण को गति मिलेगी।

नकवी ने कहा कि पिछले सप्ताह कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम (पीएमजेवीके) के प्रावधानों को मंजूरी दी गई। इसमें वक्फ संपत्तियों का इस्तेमाल समाज के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक सशक्तीकरण के लिए किए जाने का प्रावधान किया गया है। प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम समाज की भलाई के लिए वक्फ संपत्तियों के बेहतर इस्तेमाल को गति देगा। देशभर में 5.71 लाख रजिस्टर्ड वक्फ संपत्तियां हैं। आजादी के बाद पहली बार इन पर शैक्षणिक संस्थान और अन्य केंद्र खोले जाएंगे।

नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम 308 जिलों, 870 ब्लॉकों, 331 शहरों और हजारों गांवों में चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि वक्फ संपत्तियों के सदुपयोग के लिए वक्फ नियमों को सरल एवं प्रभावी बनाया जा रहा है। जटिल नियमों के चलते कई राज्यों में वक्फ संपत्तियों का सही इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है।

भारतीय मुसलमानों के आदर्श नहीं हैं जिन्ना

अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि मुहम्मद अली जिन्ना भारतीय मुसलमानों के आदर्श नहीं हैं। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जिन्ना की तस्वीर लगाए जाने पर उन्होंने कहा कि इस विवाद को जल्द खत्म किया जाना चाहिए। खुले में नमाज को लेकर हरियाणा के मंत्री अनिल विज के बयान का भी नकवी ने बचाव किया।

उन्होंने कहा कि इबादत के नाम पर किसी तरह का तनाव नहीं पैदा किया जाना चाहिए। इबादत का मकसद समाज में शांति लाना है। हरियाणा सरकार इस मुद्दे को लेकर काफी संवेदनशील है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद कह चुके हैं कि उनकी सरकार नमाज के खिलाफ नहीं है। मीडिया रिपोर्टो के अनुसार, अनिल विज ने कहा था कि जमीन पर कब्जा करने के मकसद से खुले में नमाज नहीं पढ़ा जाना चाहिए।

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