पर्यटन को बढ़ावा देने का संदेश देने के लिए त्रिवेंद्र सरकार के मंत्रीमंडल की बैठक आ टिहरी झील में होने जा रही है। फ्लोटिंग मरीना (तैरते रेस्तरां) में आयोजित कैबिनेट में 13 जिलों में 13 नए पर्यटन क्षेत्रों पर आज लगेगी मुहर लगाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अगुआई में होने वाली इस बैठक की तैयारियां पूरी हैं। उत्तराखंड के इतिहास में यह पहला मौका होगा, जब टिहरी झील में तैरते रेस्तरां में कैबिनेट के सदस्य राज्य के विकास के मुददों पर चर्चा करेंगे।
झील को पर्यटन मानचित्र पर स्थान दिलाना मकसद
सरकारी सूत्रों के अनुसार टिहरी झील में कैबिनेट की बैठक करने के पीछे सरकार को मंतव्य देश-दुनिया के लोगों को पर्यटन के लिए यहां आने का संदेश देना है। सरकार का मानना है कि टिहरी झील किसी परिचय की मोहताज नहीं है, लेकिन पर्यटन मानचित्र पर अभी इसे स्थान दिलाना बाकी है। इसके लिए खास प्रयास किए जा रहे हैं। वैसे तो फ्लोटिंग मरीना की क्षमता 80 लोगों की है, लेकिन सुरक्षा कारणों के चलते केवल 25 लोग ही इसमें सवार हो पाएंगे। टिहरी झील में बार्ज बोट और कुछ अन्य नावें भी फ्लोटिंग मरीना के साथ-साथ चलेंगी।
प्रदेश सरकार 13 जिले, 13 नए पर्यटन क्षेत्रों की महत्वाकांक्षी योजना को अब परवान चढ़ाने की तैयारी कर रही है। पर्यटन विभाग ने इसके लिए हर जिले में कुछ पर्यटन क्षेत्र चिह्नित किए हैं। इन्हें अब कैबिनेट के समक्ष लाया जाएगा। कैबिनेट में इन सभी नामों पर चर्चा के बाद 13 क्षेत्रों को मंजूरी दी जाएगी। इन क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इनका प्रचार-प्रसार करने के साथ ही पर्यटन सुविधाओं को विकसित किया जाएगा।
प्रदेश सरकार का फोकस प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देना रहा है। इसके लिए तमाम नहीं योजना बनाई जा रही है। ऐसी ही एक योजना 13 जिले, 13 नए पर्यटन क्षेत्र भी थी। दरअसल, प्रदेश में कई ऐसे क्षेत्र हैं जिनको पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं। स्थानीय स्तर पर तो इसके लिए सरकार ने तमाम संगठनों से सुझाव भी लिए थे।