9/11 के 20 साल: 3000 मौतें और तबाही का वह खौफनाक मंजर; जिसे याद कर आज भी दहल जाता है दिल | Nation One
रिपोर्ट : दीक्षा अरोरा
अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकवादी हमले को आज 20 साल पूरे हो गए हैं। इतना समय भले ही बीत गया हो लेकिन वह खौफनाक मंजर अमेरिका के जेहन में आज भी ताजा है। बता दें कि आज का दिन अमेरिका के इतिहास में काले दिन के रूप में दर्ज है ।
क्या थी 9/11 की वो घटना
11 सितंबर 2001 की सुबह भी हर सुबह की तरह थी। सब अपने-अपने कामों मे लगे हुए थे। दुनिया की सबसे ऊंची इमारतों में शुमार वर्ल्ड ट्रेंड सेंटर में भी करीब 18 हजार कर्मचारी रोजमर्रा का काम कर रहे थे कि इसी बीच सुबह 8:46 मिनट पर कुछ ऐसा हुआ जिससे सबका दिल सहम गया।
बता दें कि उस दिन 19 अल कायदा आतंकियों ने 4 पैसेंजर एयरक्राफ्ट हाईजैक किए और जानबूझकर दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, न्यूयॉर्क शहर के ट्विन टावर्स के साथ टकरा दिया, जिससे विमानों मे सवार सभी लोग और बिल्डिंग के अंदर काम करने वाले हजारों लोग मारे गए। जानकारी के मुताबित विमानों की रफ्तार 987.6 किमी/घंटा से ज्यादा थी। दो घंटे के अंदर दोनों इमारतें ढह गयी।
तीसरा वीमान उन्होंने वाशिंगटन डीसी के बाहर, आर्लिंगटन, वर्जीनिया में पेंटागन में टकरा दिया। चौथे विमान के कुछ यात्रियों एवं उड़ान चालक दल द्वारा नियंत्रण पाया और एक खेत में क्रैश होकर गिरा। लेकिन किसी भी उड़ान से कोई भी जीवित नहीं बच सका।
घटना के बाद मलबे के ढेर में बदल गया ट्विन टावर
जानकारी के लिए बता दें कि आतंकी हमले में 2996 लोगों की जान चली गई थीं, जिनमें 400 पुलिस अफसर और फायरफाइटर्स भी शामिल थे। मरने वालों में 57 देशों के लोग शामिल थे। पूरी इमारत करीब 2 घंटे में मलबे में तब्दील हो गई थी। निकले लोहा और स्टील को रिसाइकल कर नई इमारतों में इस्तेमाल किया गया था।
कैसे लिया अमेरिका ने बदला
जैसे ही अमेरिका को पता लगा कि इस दर्दनाक हमले के पीछे अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का हाथ था। अमेरिका ने बदले की कार्रवाई शुरू कर दी और 2 मई 2011 को पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ओसामा को मार गिराया था। कार्रवाई में पूरे 10 साल लग गए।
कैसे बनी 104 मंजिल की इमारत
जानकारी के लिए अनुसार पेंटागन के नुकसान को एक वर्ष के अंदर साफ कर दिया गया और उसकी मरम्मत कर दी गई। बता दें कि बिल्डिंग के बगल में पेंटागन स्मारक बनाया गया और वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की धवस्ट इमारतों की जगह ग्राउंड जीरो पर बनी नई इमारत 104 मंजिल की है।
ये इमारत अमेरिका की सबसे ऊंची इमारतों में शामिल है। इसका नाम वन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर दिया गया है जिसे बनाने में पूरे 8 साल लगे।
26/11 के बाद चीज़ें जो बदल गईं
11 सितंबर के इस हमले के बाद विमानों की सुरक्षा काफ़ी बढ़ गई। केवल इतना ही नही एयरपोर्ट और विमानों में जांच करने के लिए स्पेशल दस्ते ट्रांसपोर्टेशन सिक्यॉरिटी एडमिनिस्ट्रेशन का गठन किया गया। न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड टॉवर के मलबों को हटाकर मेमोरियल और म्यूज़ियम बनाया गया और वहां इमारत फिर से खड़ी की गई।
भारत में बढ़ी निगरानी
भारत में 9/11 के हमले के बाद नेटग्रिड, नेत्रा और सीएमएस जैसे निगरानी कार्यक्रम शुरू किए गए। बता दें कि इनके जरिये लोगों की हर छोटी से छोटी गतिविधि पर नजर रखी जा सकती है।