त्रिवेंद्र रावत ने पद से हटने को लेकर जाहिर किया दुख, कहा पद से हटाने का निर्णय गलत | Nation One
2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद त्रिवेंद्र रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया, परंतु चार वर्ष पूर्ण करने से पूर्व 10 मार्च 2021 को उन्होंने इस्तीफा दे दिया। मीडिया से वार्ता करते समय पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत का दुख छलका और पार्टी नेतृत्व द्वारा उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने के निर्णय को उन्होंने गलत बताया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी त्रिवेंद्र सरकार के कार्यों की तारीफ करते थे। केदारनाथ धाम पुननिर्माण पर भी पीएम ने उनकी तारीफ की थी। ऐसे में उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटने का अंदाजा नहीं था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने से पूर्व पीएम ने उनसे आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा भी की थी।
त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि जब पार्टी नेतृत्व ने इस्तीफा देने को कहा तो पार्टी हित को देखते हुए उन्होंने इस निर्णय को स्वीकार किया। उन्होंने पार्टी नेतृत्व के इस निर्णय को गलत बताया और कहा कि पार्टी नेतृत्व ने जरूर पार्टी हित में ही यह निर्णय लिया होगा।
वहीं देवस्थानम बोर्ड को उन्होंने सही बताया और विरोध करने वालों के निहित स्वार्थ जुड़े होने की बात कही। तीरथ रावत के इस्तीफे को लेकर उन्होंने किसी प्रकार की टिप्पणी नहीं की।