राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय खेल और साहसिक कार्य पुरस्कार प्रदान किये | Nation One
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय खेल और साहसिक कार्य पुरस्कार-2020 वर्चुअली प्रदान किए। उन्होंने राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, ध्यानचंद पुरस्कार, तेनजिंग नोरगे राष्ट्रीय साहसिक कार्य पुरस्कार और राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार प्रदान किये।
राष्ट्रपति कोविंद ने इस अवसर पर कहा कि खेलों में उत्कृष्टता और उपलब्धियां हासिल करना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। प्रत्येक वर्ग और क्षेत्र के लोगों की भागीदारी से खेल संस्कृति को बढ़ावा दिया जा सकता है। राष्ट्रपति ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि अब खेल और फिटनेस युवाओं की सोच और दिनचर्या का हिस्सा बन गये हैं।
उन्होंने कहा कि खेलों के प्रति माता-पिता, अभिभावकों और शिक्षकों का रवैया भी बदल रहा है। राष्ट्रपति कोविंद ने विश्वास व्यक्त किया कि सबके सामूहिक प्रयासों से भारत, खेलों के क्षेत्र में महाशक्ति के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि भारत का लक्ष्य – 2028 के ओलंपिक खेलों में शीर्ष 10 देशों में शामिल होना है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत निश्चित रूप से इस लक्ष्य को हासिल कर लेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि कोविड-19 के कारण खेल जगत पर विपरीत असर पड़ा है। भारत में भी इससे खेल की सभी गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। राष्ट्रपति कोविंद ने इस बात पर भी खुशी व्यक्त की कि खिलाड़ी और कोच, ऑनलाइन कोचिंग तथा वेबिनार के जरिये संपर्क में हैं।
उन्होंने कहा कि खेल मंत्रालय और अन्य संस्थानों ने भी कोच और खिलाडि़यों से संपर्क बनाये रखा है। राष्ट्रपति ने आशा व्यक्त की कि खेलों की दुनिया से जुड़े लोग अधिक मानसिक शक्ति के साथ उपलब्धियों का नया इतिहास रचेंगे। उन्होंने कहा कि खेल और खिलाड़ी देशवासियों के बीच एकजुटता की भावना मजबूत करते हैं। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि यह उल्लेखनीय है कि खेल रत्न पुरस्कार पाने वाले पांच खिलाडि़यों में से तीन बेटियां-मनिका बत्रा, विनेश तथा रानी और एक पैरा एथलीट है।
राष्ट्रपति ने मेजर ध्यान चंद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे खिलाडि़यों और सभी देशवासियों के लिए एक आदर्श हैं। उन्होंने कहा कि मेजर ध्यान चंद ने साधारण परिवेश और सुविधाओं के बीच अपने पूर्ण समर्पण और कौशल से हॉकी की दुनिया में असाधारण उपलब्धियां हासिल कीं। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित इस समारोह में खेल मंत्री किरेन रिजीजू और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए।
पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ी बेंगलुरू, पुणे, सोनीपत, चंडीगढ़, कोलकाता, लखनऊ, दिल्ली, मुंबई, भोपाल, हैदराबाद और ईटानगर से समारोह में शामिल हुए। आकाशवाणी समाचार और दूरदर्शन पर समारोह का लाइव प्रसारण किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन पहली बार वर्चुअली किया गया है। समारोह से पहले खेल मंत्री किरेन रिजीजू ने नई दिल्ली के ध्यानचंद स्टेडियम में महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि अर्पित की।