News : अमेरिका में फिर एक और हिंदू मंदिर पर हमला, लिखीं भारत विरोधी बातें, साल में चौथा ऐसा मामला
News : अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर हमले की घटनाओं की कड़ी में एक और वारदात सामने आई है। इस बार इंडियाना के ग्रीनवुड शहर में स्थित बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर को निशाना बनाया गया। 10 अगस्त को हुई इस घटना में, अज्ञात बदमाशों ने मंदिर की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।
उन्होंने मंदिर के साइनबोर्ड को बिगाड़ दिया और उसकी दीवारों पर भारत और हिंदू विरोधी नारे लिखे। यह घटना अमेरिका में भारतीय समुदाय के बीच चिंता का विषय बन गई है।
यह हमला पिछले एक साल के भीतर हुई ऐसी चौथी घटना है। इससे पहले भी, अमेरिका के विभिन्न हिस्सों में हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया जा चुका है, जिसमें मार्च में कैलिफोर्निया में एक बीएपीएस मंदिर पर हुआ हमला भी शामिल है। ये घटनाएं दर्शाती हैं कि अमेरिका में कुछ समूह भारतीय-अमेरिकी समुदाय और उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बना रहे हैं।
News : भारतीय वाणिज्य दूतावास ने की कड़ी निंदा
शिकागो स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने एक बयान जारी कर इस कृत्य को 'निंदनीय' बताया। वाणिज्य दूतावास ने कहा कि उन्होंने इस मामले को स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों के सामने उठाया है और उनसे तत्काल कार्रवाई का अनुरोध किया है। दूतावास ने समुदाय के सदस्यों से भी एकजुट रहने और ऐसी घटनाओं के खिलाफ सतर्कता बरतने की अपील की है।
अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में, दूतावास ने कहा कि वे समुदाय के संपर्क में हैं और महावाणिज्यदूत ने ग्रीनवुड के मेयर सहित स्थानीय नेताओं और भक्तों की एक सभा को संबोधित किया। इस बैठक में एकता और एकजुटता पर जोर दिया गया और उपद्रवियों के खिलाफ सतर्कता बनाए रखने का आह्वान किया गया।
News : मंदिरों पर हमलों का बढ़ता सिलसिला
अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर हमले की बढ़ती घटनाएं एक गंभीर मुद्दा हैं। ये केवल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं नहीं हैं, बल्कि ये भारतीय-अमेरिकी समुदाय की धार्मिक स्वतंत्रता और सुरक्षा पर भी सवाल खड़े करती हैं। ये हमले अक्सर ऐसे समय में होते हैं जब भारत में कोई महत्वपूर्ण घटना हो रही हो, जिससे यह संकेत मिलता है कि इन हमलों के पीछे राजनीतिक या वैचारिक मकसद हो सकता है।
इन हमलों का भारतीय-अमेरिकी समुदाय पर गहरा मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है। ये उन्हें असुरक्षित महसूस कराते हैं और उनकी धार्मिक स्वतंत्रता को खतरे में डालते हैं। यह आवश्यक है कि स्थानीय प्रशासन और कानून प्रवर्तन एजेंसियां इन घटनाओं को गंभीरता से लें और दोषियों को पकड़कर सख्त कार्रवाई करें।
News : समुदाय की प्रतिक्रिया और आगे की राह
ग्रीनवुड मंदिर पर हुए हमले के बाद, स्थानीय भारतीय-अमेरिकी समुदाय में आक्रोश और दुख का माहौल है। उन्होंने इस घटना की निंदा की है और प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। समुदाय के सदस्यों ने एक-दूसरे का समर्थन करने और अपनी धार्मिक पहचान की रक्षा के लिए एकजुट होने का संकल्प लिया है।
इन हमलों से निपटने के लिए, समुदाय और प्रशासन को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। पुलिस को मंदिरों के आसपास गश्त बढ़ानी चाहिए और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखनी चाहिए। इसके अलावा, समुदाय के सदस्यों को भी सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध घटना की तुरंत रिपोर्ट करनी चाहिए।
भारतीय वाणिज्य दूतावास और भारत सरकार भी इस मामले को गंभीरता से ले रही हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पहले भी ऐसी घटनाओं को 'घृणित' करार दिया था। यह दर्शाता है कि भारत सरकार अपने नागरिकों और उनकी धार्मिक स्वतंत्रता की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है।
इन हमलों को रोकने के लिए, यह भी महत्वपूर्ण है कि अमेरिका में विभिन्न समुदायों के बीच संवाद और समझ को बढ़ावा दिया जाए। शिक्षा और जागरूकता अभियानों के माध्यम से, लोगों को हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति के बारे में सही जानकारी दी जा सकती है, जिससे पूर्वाग्रह और घृणा को कम किया जा सके।
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