Manipur : असम राइफल्स के खिलाफ असहयोग आंदोलन, जवानों को हटाने की मांग | Nation One
Manipur : मणिपुर में 3 मई से भड़की जातीय हिंसा रूकने का नाम नहीं ले रही है। साथ ही, राज्य में असम राइफल्स को हटाने की मांग भी तेज हो रही है।
सैन्य बल को हटाने की मांग पर दबाव बनाने के लिए मैतेई समूह के प्रतिनिधियों ने गुरुवार देर रात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की है। इन सभी ग्रुप ने असम राइफल्स की जगह पर कोई दूसरे सैन्य बल को लगाने की मांग की है।
Manipur : असम राइफल्स को हटाने की मांग तेज
मणिपुर इंटीग्रिटी पर समन्वय समिति ने यह कहते हुए असम राइफल्स को हटाने की मांग की है कि असम राइफल्स भेदभाव करता है। मैतेई महिला समूहों ने बल के खिलाफ कई विरोध प्रदर्शन किए हैं।
मई में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से COCOMI के प्रतिनिधि कम से कम तीन बार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिल चुके हैं। हालांकि, अभी तक समस्या का हल नहीं निकल पाया है।
प्रतिनिधिमंडल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को बताया कि मैतेई और कुकी प्रदर्शनकारियों से निपटने में असम राइफल्स ने काफी भेदभाव किया है।
साथ ही, यह भी कहा कि अवैध आप्रवासियों और उनकी पहचान के साथ-साथ और कई मुद्दों को सिंह के सामने उठाया है और एक ज्ञापन सौंपा है।
Manipur : अब तक राज्य में 175 लोगों की मौत
मई की शुरुआत से मणिपुर में हुए जातीय संघर्ष में कम से कम 175 लोग मारे गए और 1, 108 अन्य घायल हो गए, जबकि 32 लोग लापता हैं।
कुल मिलाकर 4,786 घरों को आग लगा दी गई और 386 धार्मिक जगहों को तोड़ दिया गया। हिंसा के दौरान दंगाइयों ने पुलिस के बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद को लूट लिया था।
इसके बाद अभियान के तहत 15,050 गोला- बारूद बरामद किए गए। हिंसा से जुड़े मामलों में अब तक 325 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, 9,332 मामले दर्ज किए गए हैं।
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