कांग्रेस न होती तो 1984 में सिख नरसंहार न होता, कश्मीर से पंडितों का पलायन न होता : PM मोदी | Nation One
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि महंगाई नियंत्रण के ईमानदार प्रयासों के कारण भारत आज दुनिया की एकमात्र अर्थव्यवस्था है, जहां विकास की दर उच्च और महंगाई की दर मध्यम है जबकि विश्व के अन्य देशों की अर्थव्यवस्था के विकास की दर धीमी है और महंगाई ऐतिहासिक स्तर पर है।
75 साल में देश के दिशा और गति देने का अनेक स्तर पर प्रयास किया गया है। इन सब का लेखा जोखा लेकर हमें जो अच्छा है उसे आगे बढ़ाना और कमियों को दूर करने के बारे में सोचना चाहिए ताकि हम आने वाले 25 साल में 75 साल के गति से ज्यादा तेज गति में देश को बहुत कुछ दे सकें।
उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर कांग्रेस नहीं होती तो साल 1984 में सिख नरसंहार भी नहीं होता और ना ही कश्मीरी पंडितों का पलायन न होता।
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 100 सालों में आई दुनिया की सबसे बड़ी महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया गया किया है।
उन्होंने कहा कि ‘महंगाई की बात करें तो अमेरिका में 40 साल में सबसे अधिक महंगाई का यह दौर चल रहा है।
ब्रिटेन 30 साल में सबसे अधिक महंगाई की मार से आज परेशान है। दुनिया के 19 देशों में जहां यूरो मुद्रा है, वहां महंगाई की दर ऐतिहासिक उच्चतम स्तर पर है।
”प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे माहौल में और महामारी के दबाव के बावजूद, भारत में महंगाई को एक स्तर पर रोकने का बहुत प्रयास किया गया है और ईमानदारी से कोशिश की गई है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से लेकर 2020 तक देश में महंगाई की दर 4 से 5 प्रतिशत के आसपास थी और जब इसकी तुलना संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के दौर से की जाएगी तो पता चलेगा महंगाई होती क्या है?
उन्होंने कहा, ”उस समय (संप्रग शासनकाल के दौरान) महंगाई दो अंको को छू रही थी। आज हम एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था है जो उच्च विकास और मध्यम महंगाई अनुभव कर रहे हैं।
बाकी दुनिया की अर्थव्यवस्था को देखें तो वहां की अर्थव्यवस्था में या तो विकास की दर धीमी हुई है या तो महंगाई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ रही है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में आशा भी है, विश्वास भी है, संकल्प भी है और समर्पण भी है।
वर्ष 2021 में सबसे ज्यादा यूनिकार्न स्थापित हुए जो पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक है। हमने ईमानदारी से महंगाई पर काबू पाने का प्रयास किया है, 2014-20 के बीच महंगाई की दर चार से पांच प्रतिशत के बीच रही है। पीएम मोदी बोले हार-जीत होती रहती हैं, लेकिन विपक्ष अपनी निराशा लोगों पर नहीं थे।