Health : टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए महत्वपूर्ण होता है, लेकिन इसकी कमी कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है। यह हार्मोन मुख्य रूप से पुरुषों में प्रजनन क्षमता, मांसपेशियों की वृद्धि, हड्डियों की मजबूती और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।
महिलाओं में भी यह हार्मोन ऊर्जा स्तर, मेटाबॉलिज्म और यौन स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है। हाल के शोध बताते हैं कि गलत खान-पान, तनाव और शारीरिक निष्क्रियता भी इसके स्तर को प्रभावित कर सकते हैं।
Health : टेस्टोस्टेरॉन की कमी के लक्षण
– थकान और ऊर्जा की कमी, दिनभर सुस्ती महसूस होना
– मांसपेशियों की कमजोरी और वजन बढ़ना, खासकर पेट के आसपास चर्बी जमा होना
– कम यौन इच्छा और स्तंभन दोष (Erectile Dysfunction) की समस्या
– मूड स्विंग, डिप्रेशन और चिड़चिड़ापन
– एकाग्रता की कमी, स्मरणशक्ति कमजोर होना और मानसिक धुंध (Brain Fog)
– हड्डियों का कमजोर होना और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ना
– नींद की समस्या और अनिद्रा
Health : टेस्टोस्टेरॉन का स्तर कम क्यों होता है?
1. बढ़ती उम्र – 30-40 की उम्र के बाद इसका स्तर स्वाभाविक रूप से कम होने लगता है।
2. गलत आहार – अधिक जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड, चीनी और कार्बोहाइड्रेट का अधिक सेवन हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है।
3. तनाव और नींद की कमी – अत्यधिक तनाव और नींद की कमी शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ा सकती है, जिससे टेस्टोस्टेरॉन का स्तर घटता है।
4. शारीरिक निष्क्रियता – व्यायाम न करने से टेस्टोस्टेरॉन उत्पादन में कमी आ सकती है।
5. मोटापा और डायबिटीज – शरीर में अधिक वसा टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को कम कर सकती है। अधिक वजन होने पर एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ सकता है, जिससे टेस्टोस्टेरॉन कम होता है।
6. चिकित्सीय स्थितियाँ – डायबिटीज, हृदय रोग, हाइपोथायरायडिज्म, हाई ब्लड प्रेशर और लिवर संबंधी समस्याओं के कारण टेस्टोस्टेरॉन कम हो सकता है।
7. अत्यधिक शराब और धूम्रपान – अत्यधिक शराब और निकोटीन टेस्टोस्टेरॉन उत्पादन को बाधित कर सकते हैं।
Health : टेस्टोस्टेरॉन बढ़ाने के प्राकृतिक उपाय
1. संतुलित आहार लें – प्रोटीन, हेल्दी फैट और जिंक से भरपूर भोजन करें। अंडे, नट्स, हरी सब्जियां, मछली और रेड मीट फायदेमंद होते हैं।
2. नियमित व्यायाम करें – वेट लिफ्टिंग, हाई-इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) और कार्डियो एक्सरसाइज टेस्टोस्टेरॉन स्तर को बढ़ाने में मदद करती हैं।
3. पर्याप्त नींद लें – कम से कम 7-8 घंटे की गहरी नींद जरूरी है। नींद की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ से दूरी बनाएं और सोने से पहले रिलैक्स करने की आदत डालें।
4. तनाव कम करें – मेडिटेशन, योग और ध्यान से कोर्टिसोल स्तर को कम किया जा सकता है, जिससे टेस्टोस्टेरॉन बढ़ाने में मदद मिलती है।
5. सूरज की रोशनी लें – विटामिन डी टेस्टोस्टेरॉन बढ़ाने में मदद करता है, इसलिए रोजाना 15-20 मिनट धूप में जरूर रहें।
6. शराब और धूम्रपान से बचें – अधिक शराब और धूम्रपान टेस्टोस्टेरॉन के स्तर को कम कर सकते हैं।
7. हर्बल सप्लीमेंट्स लें – अश्वगंधा, शिलाजीत और टोंगकट अली जैसे प्राकृतिक हर्ब्स टेस्टोस्टेरॉन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
Health : चिकित्सीय मदद कब लें?
अगर जीवनशैली में बदलाव के बावजूद टेस्टोस्टेरॉन स्तर में सुधार नहीं हो रहा है, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) या अन्य दवाओं की जरूरत पड़ सकती है। कुछ मामलों में, ब्लड टेस्ट के जरिए टेस्टोस्टेरॉन के स्तर की जांच की जाती है और डॉक्टर उचित उपचार की सलाह देते हैं।
टेस्टोस्टेरॉन की कमी को हल्के में नहीं लेना चाहिए। यह न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। सही आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। अगर समस्या गंभीर हो, तो विशेषज्ञ से परामर्श लेना बेहद जरूरी है।
आजकल की व्यस्त जीवनशैली और बढ़ते तनाव के कारण टेस्टोस्टेरॉन की कमी आम होती जा रही है, लेकिन सही आदतों और जागरूकता से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
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