Health : एंग्जाइटी के लक्षण – अनदेखा करना हो सकता है खतरनाक!

Health : आधुनिक जीवनशैली और बढ़ते तनाव के कारण एंग्जाइटी (चिंता) एक आम मानसिक स्वास्थ्य समस्या बन गई है। हालाँकि, कई लोग इसके लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं, जो आगे चलकर गंभीर मानसिक और शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि समय रहते इन संकेतों को पहचानना और उचित इलाज करवाना बेहद जरूरी है।

Health : एंग्जाइटी के प्रमुख लक्षण

विशेषज्ञों के अनुसार, एंग्जाइटी के लक्षण व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकते हैं। आइए जानते हैं इसके कुछ सामान्य संकेत:

1. लगातार चिंता और घबराहट

यदि कोई व्यक्ति किसी भी सामान्य परिस्थिति में जरूरत से ज्यादा चिंता करता है या हर छोटी चीज को लेकर घबराता रहता है, तो यह एंग्जाइटी का लक्षण हो सकता है। यह चिंता अक्सर अनियंत्रित होती है और व्यक्ति इसे रोकने में असमर्थ महसूस करता है।

2. दिल की धड़कन तेज होना

एंग्जाइटी होने पर व्यक्ति का दिल बहुत तेज धड़कने लगता है। इसे ‘पैनिक अटैक’ भी कहा जाता है, जिसमें अचानक डर और घबराहट महसूस होती है।

3. अनिद्रा और नींद की समस्या

अगर किसी को रात में बार-बार नींद टूटती है या सोने में कठिनाई होती है, तो यह चिंता का संकेत हो सकता है। अत्यधिक सोचने और बेचैनी के कारण व्यक्ति सो नहीं पाता और सुबह थका हुआ महसूस करता है।

4. थकान और कमजोरी महसूस होना

शारीरिक रूप से थका हुआ महसूस करना या बिना किसी स्पष्ट कारण के कमजोरी महसूस करना भी एंग्जाइटी का संकेत हो सकता है।

5. ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई

जो लोग एंग्जाइटी से जूझ रहे होते हैं, वे किसी भी काम में ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते। उनके विचार बार-बार बदलते रहते हैं, जिससे उनकी उत्पादकता पर असर पड़ता है।

6. पसीना आना और शरीर कांपना

एंग्जाइटी के दौरान व्यक्ति को अत्यधिक पसीना आ सकता है या हाथ-पैर कांप सकते हैं। यह घबराहट और तनाव का परिणाम होता है।

7. पाचन संबंधी समस्याएँ

चिंता के कारण कुछ लोगों को गैस, पेट दर्द या अपच जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।

Health : क्या कहती हैं रिसर्च?

हालिया शोध के अनुसार, भारत में हर पाँच में से एक व्यक्ति किसी न किसी रूप में एंग्जाइटी से प्रभावित है। विशेषज्ञों का मानना है कि बदलती जीवनशैली, कार्यस्थल पर बढ़ता दबाव, पारिवारिक समस्याएँ और डिजिटल युग में अत्यधिक सोशल मीडिया उपयोग एंग्जाइटी को बढ़ावा देने वाले प्रमुख कारण हैं।

Health : कैसे करें नियंत्रण?

यदि किसी को एंग्जाइटी के लक्षण महसूस होते हैं, तो उन्हें जल्द से जल्द कुछ बदलाव करने चाहिए। विशेषज्ञ निम्नलिखित सुझाव देते हैं:

मेडिटेशन और योग: नियमित ध्यान और योग करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है।

व्यायाम: रोजाना कम से कम 30 मिनट तक शारीरिक गतिविधि करने से तनाव कम हो सकता है।

संतुलित आहार: विटामिन बी और मैग्नीशियम युक्त आहार लेने से मानसिक स्वास्थ्य को लाभ मिलता है।

पर्याप्त नींद: दिन में 7-8 घंटे की अच्छी नींद लेना जरूरी है।

मनोचिकित्सक से परामर्श: यदि स्थिति गंभीर हो, तो किसी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें।

एंग्जाइटी एक गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्या हो सकती है, लेकिन सही समय पर इसके लक्षणों की पहचान और उचित देखभाल से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आप या आपके आसपास कोई व्यक्ति लगातार चिंता और घबराहट से जूझ रहा है, तो उसे अनदेखा न करें और समय पर मदद लें।

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