हाथरस मामले में योगी सरकार ऐक्शन मोड में आ गई है। शुक्रवार देर शाम सरकार ने हाथरस मामले में लापरवाही बरतने के चलते जिले के पुलिस अधीक्षक, उपाधीक्षक, इंसपेक्टर व दो अन्य पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह आदेश एसआईटी की रिपोर्ट आने के बाद दिए। इसके साथ ही शामली के एसपी विनीत जायसवाल को हाथरस एसपी के तौर पर जिम्मेदारी दी गई है।
बताया जा रहा है कि जिस प्रकार हाथरस प्रशासन ने इस पूरे मामले को हैंडल किया है उससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं और इसलिए देर शाम अधिकारियों की रिपोर्ट सीएम आफिस मंगाई गई थी. जिसके बाद योगी सरकार ने ये फैसला सुनाया है.
इस बीच, योगी सरकार की इस कार्रवाई पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रतिक्रिया दी है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर पूछा, ‘कुछ मोहरों को निलंबित करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? हाथरस के डीएम, एसपी के फ़ोन रिकॉर्ड्स पब्लिक किए जाएं।’ प्रियंका ने लिखा कि मुख्यमंत्री जी अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें, देश देख रहा है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ से इस्तीफ़ा देने के लिए कहा।
वहीं आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि ये क्या अन्याय है योगी जी? गुड़िया तो अपने साथ हुई दरिंदगी का बयान देकर दुनिया से चली गई. उसका शव जबरन जला दिया गया. सारे सबूत मिटा दिये गये. अब परिवार का नार्को टेस्ट करायेंगे. क्या उस गुड़िया के बयान पर भरोसा नहीं?
इससे पहले बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने हाथरस कांड पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश में रामराज्य लाने का दावा किया गया है, किन्तु इस घटना पर पुलिस की संदेहपूर्ण कार्रवाई से आपकी यूपी सरकार और भारतीय जनता पार्टी की छवि पर आंच आई है.