जम्मू में विदेशी प्रतिनिधिमंडल को जम्मू-कश्मीर के विकास की जानकारी दी गई | Nation One
जम्मू-कश्मीर के दो दिन के दौरे पर गये यूरोप और अफ्रीका के प्रतिनिधियों के दल ने भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के उच्च अधिकारियों से सुरक्षा स्थिति पर बातचीत की। जानकारी के लिए बता दें कि प्रतिनिधियों को आतंकवादियों के आत्मसमर्पण कराने में सेना की भूमिका, सीमापार से घुसपैठ और पाकिस्तानी सेना का समर्थन, आतंकवादियों को पनाह देने वाले प्रशिक्षण शिविरों और पाकिस्तान द्वारा भेजे गए हथियारों की जब्ती के संबंध में बताया गया।
प्रतिनिधियों को संविधान के अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद शांतिपूर्ण स्थिति, पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी और केंद्र शासित प्रदेश में जिला विकास परिषद के शांतिपूर्वक कराए गए चुनाव के बारे में भी जानकारी दी गई। प्रतिनिधि मंडल को सामुदायिक गतिविधियां, कट्टरपंथ को कम करके आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने में सेना की भूमिका, खेल में पुलिस द्वारा की गई पहल, रोजगार के अवसरों के बारे में भी बताया गया।
प्रतिनिधिमंडल आज जम्मू में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और जम्मू कश्मीर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश से मुलाकात करेगा। प्रतिनिधिमंडल जिला विकास परिषद के सदस्यों और कुछ सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेगा। बाद में उपराज्यपाल द्वारा आयोजित दोपहर भोज में भाग लेगा और नागरिक संगठनों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेगा।
प्रतिनिधिमंडल ने कल श्रीनगर में जिला विकास परिषद के सदस्यों के अलावा दस्तकारों, खिलाड़ियों और अन्य लोगों से भी मुलाकात की। जमीनी स्तर पर लोकतंत्र और विकेंद्रीकरण पर प्रतिनिधियों ने जोर दिया। प्रतिनिधियों ने श्रीनगर की प्रसिद्ध मस्जिद और हजरतबल दरगाह का दौरा किया जहां उन्हें इसके ऐतिहासिक महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।