ऋषिकेश से दिल्ली के लिए निकली पुरानी वॉल्वो बस मुरादनगर-राजनगर एक्सटेंशन के बाद आग का शिकार बन गई। बस के पिछले हिस्से में इंजन से धुआं उठा और एकाएक पूरी बस जल गई। गनीमत है कि चालक व परिचालक ने समय रहते बस में सवार सभी 21 यात्रियों को सकुशल बाहर निकाल लिया, वरना कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था। बस के अंदर रखा सामान तो बाहर निकाल लिया गया, लेकिन डिग्गी में रखा सामान जल गया। यात्रियों को वहां से दूसरी बस से दिल्ली भेजा गया।
यात्रियों को बेहतर, आरामदायक और आधुनिक तकनीक से लैस सुविधा देने के लिए परिवहन निगम वॉल्वो बस सेवा का संचालन करता है। सामान्य, हाईटेक और एसी बसों की तुलना में वॉल्वो सेवा सबसे महंगी सेवा है। साढ़े छह साल पूर्व वॉल्वो बसों को अनुबंध पर बस बेड़े में शामिल किया गया था। देहरादून के डीलक्स डिपो की एक बस ऋषिकेश से शनिवार सुबह नौ बजे दिल्ली के लिए निकली। बस में 21 यात्री सवार थे।
यात्रियों में मची अफरा-तफरी
जैसे ही बस राजनगर एक्सटेंशन पर पहुंची तभी पिछली तरफ से इंजन से धुआं उठने लगा। इस पर यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। परिचालक रोहित कुमार ने चालक संदीप को तत्काल बस किनारे लगाने को कहा और आनन-फानन में सभी यात्रियों को बस से बाहर उतार लिया गया। यात्रियों ने बस के अंदर सीटों के पास व रैक पर जो सामान रखा था वह भी निकाल लिया, लेकिन पीछे डिग्गी में रखा सामान नहीं निकाला जा सका।
एकाएक बस से आग की लपटें उठनें लगी और कुछ ही मिनट में बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई। आग के कारण वहां जाम भी लगा रहा। सूचना पर उत्तराखंड से रोडवेज अधिकारी मौके पर भेजकर मुख्यालय ने घटना की जानकारी ली। अब बस की तकनीकी जांच कराई जाएगी।