बाजपुर में काफिला रोककर किए गए हमले को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य का बड़ा बयान | Nation One
कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने बाजपुर जा रहे उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और नैनीताल के पूर्व विधायक संजीव आर्य के काफिले पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर सिंह किंदा और उनके समर्थकों ने हमला कर दिया।
बता दें कि घटना लेवड़ा नदी पुल की है। किंदा व उनके साथी वहां आर्य के विरोध में काले झंडों के साथ धरना दे रहे थे। लाठी डंडों से हुए हमले में कांग्रेस के करीब 7-8 कार्यकर्ता चोटिल हो गए।
हमलावरों के तेवर देखकर कार्यकर्ताओं ने आर्य और उनके बेटे को गाड़ी से उतारकर घेरे में लेकर पैदल कोतवाली पहुंचाया। कार्यकर्ताओं ने आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने के लिए थाने में साढ़े चार घंटे तक घरना दिया। पुलिस ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर सिंह किंदा सहित 13 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
कार्यकर्ता घेराबंदी के बीच धीमी गति से आर्य की गाड़ी को कुछ दूर तक ले गए। उसके बाद यशपाल आर्य, संजीव आर्य गाड़ी से उतरकर कार्यकर्ताओं के साथ पैदल कोतवाली पहुंचे। कोतवाली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा। उनके साथ यशपाल आर्य, संजीव आर्य ने कोतवाली में धरना दिया।
इस पूरी घटना के बाद कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य सहित सभी वक्ताओें ने सोची समझी साजिश के तहत हमला कराने का आरोप लगाते हुए भाजपा सरकार को कोसा। कई कार्यकर्ताओं ने हमलावरों को मुंहतोड़ जवाब देने तक का एलान किया।