UP : योगी सरकार का बड़ा कदम, धार्मिक शहरों के बीच जल्द शुरू होगी इलेक्ट्रिक बस सेवा!

UP : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेशवासियों को एक और बड़ी सौगात देने जा रही है। जल्द ही राज्य के प्रमुख धार्मिक शहरों को इलेक्ट्रिक बसों से जोड़ा जाएगा, जिससे न सिर्फ श्रद्धालुओं को यात्रा में सुविधा मिलेगी, बल्कि पर्यावरण को भी स्वच्छ बनाए रखने में मदद मिलेगी। इस योजना के तहत प्रयागराज और अयोध्या से वाराणसी और सोनभद्र के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू की जाएगी।

सरकार का यह कदम धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी अहम साबित होगा। इलेक्ट्रिक बसों से होने वाली आवाजाही प्रदूषण मुक्त होगी, जिससे श्रद्धालु साफ-सुथरे माहौल में अपनी धार्मिक यात्राएं पूरी कर सकेंगे। इस कदम से यूपी में हरित परिवहन व्यवस्था को और मज़बूती मिलेगी।

UP : किन रूट्स पर चलेगी सेवा?

परियोजना के पहले चरण में जिन रूट्स को शामिल किया गया है, उनमें प्रयागराज से वाराणसी और सोनभद्र, तथा अयोध्या से वाराणसी तक के मार्ग प्रमुख हैं। ये सभी मार्ग धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बेहद खास माने जाते हैं। इन रूट्स पर हर दिन हज़ारों श्रद्धालु यात्रा करते हैं, और अब उन्हें एक स्वच्छ, शांत और आरामदायक यात्रा अनुभव मिलेगा।

यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इलेक्ट्रिक बसों में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इनमें जीपीएस ट्रैकिंग, डिजिटल टिकटिंग सिस्टम, सीसीटीवी कैमरा, आरामदायक सीट्स और वातानुकूलन जैसी व्यवस्थाएं शामिल होंगी। सरकार का लक्ष्य यात्रियों को सुरक्षित, सुगम और पर्यावरण-अनुकूल यात्रा का अनुभव देना है।

UP : सरकार की मंशा और मिशन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले भी कई मौकों पर यह साफ किया है कि धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों को सशक्त करने के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। अब इसी क्रम में इन पवित्र नगरों को जोड़ते हुए आधुनिक इलेक्ट्रिक ट्रांसपोर्ट की शुरुआत की जा रही है। इसका उद्देश्य न सिर्फ यात्रियों को बेहतर सुविधा देना है, बल्कि प्रदेश को ग्रीन ट्रांसपोर्ट की दिशा में भी अग्रसर करना है।

इस योजना से सिर्फ श्रद्धालु ही नहीं, बल्कि स्थानीय लोगों को भी लाभ होगा। नई बस सेवाओं के संचालन से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे और छोटे व्यापारियों को भी लाभ पहुंचेगा, जो धार्मिक स्थलों के आसपास अपनी दुकानों और सेवाओं से जुड़े हैं।

सरकार का प्लान सिर्फ इन शहरों तक सीमित नहीं है। आने वाले समय में प्रदेश के अन्य धार्मिक स्थलों जैसे मथुरा, चित्रकूट, नैमिषारण्य आदि को भी इस योजना में शामिल किया जाएगा। इससे उत्तर प्रदेश देश के उन चुनिंदा राज्यों में शामिल हो जाएगा जहां धार्मिक पर्यटन और ग्रीन ट्रांसपोर्ट दोनों का इतना खूबसूरत तालमेल होगा।

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