हर इंसान के क्यों होते हैं अलग-अलग Fingerprints, जानिए क्या है इसके पीछे का कारण | Nation One
यह बात तो आप और हम सभी जानते हैं कि हर इंसान के फिंगरप्रिंट्स अलग-अलग होते हैं। हर इंसान के हाथ की स्किन 2 लेयर से बनती है। इसमें पहली लेयर एपिडर्मिस और दूसरी लेयर डर्मिस होती है। दोनों लेयर एक साथ बढ़ती है।
इसके साथ ही इन दोनों लेयर से मिलकर हमारे हाथों के स्क्रीन पर फिंगरप्रिंट उभरकर आते हैं और यही फिंगरप्रिंट पासवर्ड के तौर पर आपके हर डॉक्यूमेंट में इस्तेमाल किए जाते हैं। आइए हम आपको फिंगरप्रिंट से जुड़ी कुछ दिलचस्प और अनसुनी बातें बताते हैं।
हाथ जलने पर बदल जाते हैं फिंगरप्रिंट
- आजकल हम हर जगह फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल करते हैं। ऑफिस एंट्री के अलावा खास तौर पर अपने स्मार्टफोन में लॉक लगाने के लिए हम ज्यादातर फिंगरप्रिंट लॉक का ही इस्तेमाल करते हैं।
फिंगरप्रिंट लॉक का इस्तेमाल सबसे ज्यादा असरदार माना जाता है, क्योंकि हर किसी के फिंगरप्रिंट अलग-अलग होते हैं।
- कई बार इन फिंगरप्रिंट्स के ब्लॉक का हर्जाना भी भरना पड़ता है। दरअसल जब हाथ जल जाए, कट जाए, या इस पर एसिड गिर जाए तो आपके फिंगरप्रिंट बदल जाते हैं।
आपको ये बात जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में इतनी बड़ी आबादी के बावजूद भी किसी भी एक इंसान का फिंगरप्रिंट किसी दूसरे इंसान से मैच नहीं करते।
- इतना ही नहीं एक बार जिस इंसान का फिंगरप्रिंट बन जाता है उसका जीवन भर वैसा ही फिंगरप्रिंट बनता रहता है। ये इतना यूनिक होता है कि किसी दूसरे इंसान के फिंगरप्रिंट से कभी मैच नहीं होता।
दरअसल हर इंसान के फिंगरप्रिंट के पीछे उसके जींस, एनवायरनमेंट जैसे फैक्टर महत्वपूर्ण होते हैं। फिंगरप्रिंट्स को लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब बच्चा गर्भ में पल रहा होता है, उसी दौरान उसके फिंगरप्रिंट बनने शुरू हो जाते हैं।
वहीं अगर हाथ में किसी तरह की दिक्कत आती है, तो फिंगरप्रिंट गायब हो जाते हैं। इसके बाद कुछ ही महीने की अंदर वह फिंगरप्रिंट दोबारा उसी पोजीशन में आने लगते हैं। एक्सपोर्ट के मुताबिक हाथ जलने के महीने भर बाद फिंगरप्रिंट दोबारा बन जाते हैं।
उम्र बढ़ने के साथ इंसान के फिंगरप्रिंट में कोई बदलाव नहीं आता। हालांकि कम उम्र के हिसाब से फिंगरप्रिंट में लचीलापन जरूर होता है, लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है यह लचीलापन खत्म हो जाता है।