क्यों क्रैश हुआ था CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर? जांच रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा | Nation One
8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर में हुई घटना ने देश भर को झकझोर कर रख दिया। इस हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत सहित हेलीकॉप्टर में मौजूद अन्य 13 अधिकारियों की मौके पर ही मौत हो गई और एक अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गया।
इस हादसे को लेकर सरकार की ओर से जांच के लिए एक टीम का गठन किया गया। जांच के लिए गठित टीम सरकार को आज इस मामले में रिपोर्ट सौंप सकती है।
बता दे जांच दल का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह कर रहे हैं और इसमें सेना और नौसेना के दो ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं। सूत्रों की माने तो जांच रिपोर्ट 31 तारीख को सरकार को सौंपने की उम्मीद जताई जा रही है।
मालूम हो कि अधिकारियों ने इस हादसे की छानबीन करके एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें ब्लॉक से प्राप्त आंकड़ों का अध्ययन तौर से विश्लेषण किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह दुर्घटना अचानक हुई थी। हादसे की छानबीन के लिए मूल उपकरण निर्माताओं की भी मदद मांगी गई थी।
इस हादसे को लेकर भारतीय वायु सेना की ओर से कहा गया है कि रिपोर्ट जमा की जाने बाकी है। इस हादसे में देश ने अपने सबसे वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और सबसे लंबे समय तक देश के लिए सेवा करने वाले जनरल बिपिन रावत को खो दिया था।
याद दिला दें इस हादसे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी लोकसभा में बताया था कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में तीनों सेनाओं की एक टीम हादसे की जांच करेगी।
8 दिसंबर को प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत वेलिंग गठन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के छात्रों को संबोधित करने के लिए पूर्व निर्धारित यात्रा पर गए थे।
उनके साथ इस दौरान उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 12 अन्य सैन्य अधिकारी भी मौजूद थे। इस दौरान वह एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर से यात्रा कर रहे थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस पूरे हादसे का जिक्र करते हुए बताया की दिन में 12:08 पर सुलूर हवाई यात्रा नियंत्रक का हेलीकॉप्टर अचानक संपर्क से बाहर चला गया।
बाद में कुन्नूर के पास जंगल में यह हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया और इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार कुल 14 में से 13 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
वही गंभीर रूप से घायल कैप्टन वरूण सिंह को वेलिंगठन के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें नहीं बचाया जा सका और उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।