पीएम मोदी ने ‘अजेय भारत’ और ‘अटल भाजपा’ के नये नारे देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2019 का लोकसभा चुनाव अपनी नीति, नेतृत्व, विकास कार्यक्रमों और देश के सवा सौ करोड़ लोगों के विश्वास के बदौलत जीतेगी। मोदी ने भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सत्ता अहंकार की वस्तु नहीं है। यह कुर्सी के लिए नहीं, बल्कि जनता के लिए काम करने का उपकरण है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी संकल्प के लिए जीती है और हमारे पास नीति और रणनीति है।
लोकतंत्र में विपक्ष महत्वपूर्ण है, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जो पार्टी सत्ता में विफल हो गई, वह विपक्ष में भी विफल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सही मुद्दे नहीं उठा पा रहा है। वह झूठे आरोप लगा रही है और उसी को दोहरा रही है। उन्होंने कहा कि वे न मुद्दों पर लड़ते हैं और न काम पर लड़ते हैं। वे झूठ पर लड़ते हैं।
झूठ गढऩा उनकी आदत बन गई है। उन्होंने कहा कि हमें झूठ से लडऩा नहीं आता है, लेकिन अब हमें झूठ का जवाब देना आना चाहिए। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं देश के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संवाददाता सम्मेलन में मोदी के भाषण के बिन्दुओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। मोदी ने विपक्ष के महागठबंधन की चर्चा करते हुए कहा कि इसमें ऐसे लोग शामिल हैं, जो एक दूसरे को देख नहीं सकते, साथ चल नहीं सकते, वे एक दूसरे को गले लगाने को मजबूर हो रहे हैं, यही हमारी सफलता है। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के ना तो नेतृत्व का पता है और ना ही इसकी नीति स्पष्ट है। उन्होंने कहा, महागठबंधन यानी नेतृत्व का ठिकाना नहीं, नीति अस्पष्ट और नीयत भ्रष्ट। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की सबका साथ सबका विकास की नीति की दुनिया भर में चर्चा हो रही है।
उन्होंने सरकार के अनेक विकास कार्यक्रम गिनाते हुए कहा कि यह नीति सफल हो रही है। हम विकास को मानवीयता के साथ चाहते हैं। देश ममता और समता के साथ आगे बढ़े। हम देश का वैभव सादगी के धरातल पर ही चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हम विजय का विश्वास लेकर चल पड़े हैं। हमारे साथ 125 करोड़ लोगों का विश्वास है और विपक्ष में विश्वसनीयता का अभाव है। मोदी ने विकास योजनाओं से लोगों पर हुए असर की चर्चा करते हुए कहा कि इसके कारण पांच करोड़ अतिगरीब परिवार आर्थिक दशा सुधरी है।
सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर जोर दे रही है और वह हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना चाहती है। मोदी ने अपने भाषण के प्रारंभ में दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी और कहा कि उन्होंने पार्टी के विचार, संस्कार और कृतित्व को नई ऊंचाई दी। उन्होंने वाजपेयी की तुलना सूर्य से करते हुए कहा कि आज सूरज चला गया है लेकिन उसके सितारे इतना चमकें कि पार्टी को आगे बढऩे का मार्ग दिखाई दे।