Uttarkashi : राहत बचाव कार्य जारी, आपदा राहत के लिए एक माह का वेतन देंगे CM धामी!
Uttarkashi : उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में आई भीषण आपदा के चौथे दिन भी राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। इस कठिन समय में, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उत्तराखंड आईएएस एसोसिएशन ने आपदा पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदनशीलता और एकजुटता का परिचय देते हुए एक महत्वपूर्ण पहल की है।
मुख्यमंत्री धामी ने अपना एक माह का वेतन आपदा राहत कार्यों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फैसला किया है, जबकि उत्तराखंड आईएएस एसोसिएशन ने भी अपने सभी सदस्यों का एक दिन का वेतन दान करने की घोषणा की है।
Uttarkashi : मुख्यमंत्री धामी का संवेदनशीलतापूर्ण निर्णय
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धराली और हर्षिल क्षेत्र में आई आपदा से प्रभावित लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मुश्किल घड़ी में पीड़ितों के साथ मजबूती से खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि आपदा राहत कार्यों में तेजी लाने और प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इसी कड़ी में, उन्होंने अपना एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने इस पहल के माध्यम से समाज के अन्य वर्गों से भी आगे आने और मदद करने की अपील की है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, स्वयंसेवी संगठनों और आम नागरिकों से आग्रह किया है कि वे अपनी क्षमता के अनुसार इस राहत कार्य में योगदान दें। उनका मानना है कि इस तरह की आपदाओं से निपटने के लिए सामूहिक प्रयास और एकजुटता अत्यंत आवश्यक है।
यह फैसला न केवल आपदा प्रभावितों को आर्थिक सहायता प्रदान करेगा, बल्कि यह भी संदेश देगा कि सरकार और उसका मुखिया लोगों के दुख में उनके साथ हैं। मुख्यमंत्री का यह कदम प्रशासनिक और राजनीतिक नेतृत्व के लिए एक मिसाल कायम करता है, जो संकट के समय में जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं।
Uttarkashi : उत्तराखंड आईएएस एसोसिएशन की पहल
मुख्यमंत्री की इस पहल के बाद उत्तराखंड आईएएस एसोसिएशन ने भी मानवीयता और सामाजिक उत्तरदायित्व का परिचय दिया है। एसोसिएशन के सदस्यों ने उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में आई आपदा पर विस्तृत चर्चा के बाद यह फैसला लिया है कि राज्य के सभी भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी अपना एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में स्वेच्छा से दान करेंगे।
एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि यह निर्णय आपदा पीड़ितों के प्रति उनकी मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाता है। यह सांकेतिक योगदान न केवल प्रभावितों के प्रति एसोसिएशन की सहानुभूति और प्रतिबद्धता को प्रकट करता है, बल्कि उन सभी समर्पित अधिकारियों, सुरक्षा बलों, चिकित्सकों, आपदा प्रबंधन कर्मियों और स्वयंसेवकों के साथ एकजुटता भी दिखाता है, जो दिन-रात राहत, बचाव और पुनर्वास कार्यों में लगे हुए हैं।
एसोसिएशन ने इस बात पर जोर दिया है कि इस भीषण आपदा की घड़ी में प्रत्येक सदस्य से अपेक्षा की गई है कि वह संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ अपना पूरा सहयोग दें। उनका मानना है कि ऐसी आपदाओं के समय प्रत्येक अधिकारी, कर्मचारी और नागरिक की भागीदारी महत्वपूर्ण होती है। यह पहल प्रशासनिक सेवा की उस भावना को पुष्ट करती है, जिसमें जनहित को सर्वोपरि माना जाता है।
Uttarkashi : राहत और बचाव कार्य जारी
आपदा के चौथे दिन भी धराली क्षेत्र में राहत और बचाव कार्य पूरी गति से चल रहा है। विभिन्न टीमें मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रही हैं, जबकि घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी आश्रय और भोजन की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री और आईएएस एसोसिएशन की इस पहल से आपदा राहत कार्यों को और भी गति मिलने की उम्मीद है, क्योंकि यह राशि राहत कोष में जमा होकर सीधे पीड़ितों की सहायता में इस्तेमाल की जाएगी। इस तरह के योगदान से न केवल प्रभावितों को आर्थिक मदद मिलती है, बल्कि उन्हें यह भी महसूस होता है कि पूरा समाज और सरकार उनके साथ खड़ी है।
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