उत्तराखंडः सदन में सवालों पर घिरे टीएसआर के मंत्री
देहरादून
प्रश्नकाल के दौरान विधायकों के पूरक सवालों पर मंत्री घिरते नजर आए। ओलावृष्टि से फसलों के नुकसान के सवाल पर मदन कौशिक सदन को संतुष्ट नहीं कर सके तो पर्यटन के सवाल पर घिरे सतपाल महाराज का संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत ने बचाव किया। प्रश्नकाल के शुरू होते ही कांग्रेसी विधायक प्रीतम सिंह ने सवाल किया कि राज्य में ओलावृष्टि से कितना नुकसान हुआ है और कितना मुआवजा दिया गया है। इस पर मुख्यमंत्री की ओर से जवाब दे रहे शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि बागेश्वर, पिथौरागढ़ और उत्तराकाशी जिलों में मुआवजा दिया गया है। विधायक हरीश धामी, ममता राकेश, काजी निजामुद्दीन, प्रीतम पंवार और संजय गुप्ता के पूरक सवालों पर घिरे मंत्री ने कहा कि सरकार के पास केवल उसी जिले का आंकड़ा है, जहां 33 फीसदी या उससे ज्यादा क्षति हुई है। विधायक प्रीतम ने त्यूणी के तहसीलदार की एक रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि सरकार गलत जानकारी दे रही है। त्यूणी में फसलों को 95 फीसदी नुकसान हुआ है। इस पर मंत्री ने अलग से जानकारी देने की बात की। विधायक धामी ने कहा कि एक ही गांव में किसी को मुआवजा दिया गया है और दूसरे को टाला जा रहा है। सरकार की ओर से इसका परीक्षण कराने की बात की गई।
विधायक चंदनराम दास के सवाल पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने लिखित जवाब पढ़ दिया। पूरक सवाल आए तो महाराज घिर गए। इस पर संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत ने स्थिति को किसी तरह से संभाला। विधायक देशराज कर्णवाल के सवाल और पूरक सवालों को भी महाराज नहीं समझ सके। सिंचाई के सवाल पर भी प्रकाश पंत ने ही महाराज का बचाव किया। एक सवाल पर महाराज ने कहा कि राज्य में नए पर्यटन और पौराणिक महत्व के स्थलों का सर्किट बनाया जाएगा। कई पूरक सवालों पर महाराज ने एक ही जुमला दोहराया कि सभी विधायकों को एक पत्र भेजा गया है, विधायक उसी में जानकारी देख सकते हैं। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने एक प्रश्न के जवाब में ये खुलासा किया। इस नीति के तहत पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए धार्मिक स्थलों और मंदिरों का चिह्नीकरण किया जाएगा। सरकार इस नीति के तहत गढ़वाली और कुमाऊंनी संस्कृति और खान पान को भी प्रोत्साहित करने जा रही है। राज्य में आने वाले पर्यटकों को स्थानीय भोजन उपलब्ध कराया जाना है। इसके जरिये संस्कृति का प्रचार प्रसार हो सकेगा।
बागेश्वर में भगवान शिव का प्रमुख धाम बैजनाथ धाम मंदिर को पर्यटन सर्किट से जोड़ने का काम शुरू हो गया है। 2016-17 में भारत सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के तहत 80 करोड़ रुपये की योजना बनी है। इस पर अब तक 16 करोड़ रुपये दिया जा चुका है। विधायक हरभजन सिंह चीमा के सवाल पर सिंचाई मंत्री ने बताया कि काशीपुर में ढेला नदी की बाढ़ से लोगों को बचाने के लिए कार्य़योजना तैयार की जा रही है।
परिवहन मंत्री यशपाल आर्य ने विधायकों के सवालों पर कहा कि पर्वतीय इलाकों में बसों की समस्या से निपटने के लिए सरकार तैयारी कर रही है। सरकारी और प्राइवेट आपरेटरों से इस संबंध में प्रस्ताव मांगे गए हैं। राज्य के पहाड़ी इलाको में गाड़ियों में ओवरलोडिंग की समस्या के कारण हो रही दुर्घटनाओं के मद्देनजर ये महत्वपूर्ण हैं। चार धाम यात्रा के दौरान स्थानीय निवासियों के लिए गाड़ियों के न मिलने के कारण समस्या होती है। परिवहन निगम ने भी गढ़वाल मंडल की करीब 165 रूटों और कुमाऊं मंडल की करीब 154 रूटों पर अनुबंध के आधार पर संचालन की तैयारी है। एक सवाल पर काबीना मंत्री ने बताया कि राज्य में चल रही निजी बसों में भी 65 साल के अधिक आयु वाले नागरिकों को निःशुल्क यात्रा पर विचार किया जा रहा है।