Uttarakhand: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अहमदाबाद, गुजरात में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय का भवन राष्ट्र को समर्पित किया।
बता दें कि नरेंद्र मोदी ने दीक्षांत समारोह में छात्रों को डिग्री भी प्रदान की। वहीं डिग्री पाने वालों में उत्तराखंड के डीआइजी कुमाऊं परिक्षेत्र नीलेश आनन्द भरणे भी शामिल रहे। साथ ही पीएम मोदी ने उन्हे पीएचडी अवार्ड से सम्मानित किया।
Uttarakhand: क्यों दिया जाता है यह अवार्ड
जानकारी के अनुसार बता दें कि यह अवार्ड Comparative study of lie detection techniques in crime cases विषय पर शोध के लिए दिया गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल भी अवसर पर उपस्थित रहे।
दरअसल नीलेश आनन्द भरणे 2005 बैच के उत्तराखण्ड कैडर के IPS अधिकारी हैं। वे Foreinsic Psychology में पीएचडी करने वाले देश के पहले IPS अधिकारी हैं। नागपुर यूनिवर्सिटी से Psychology Councelling में डिप्लोमा और Psychology में MA M.Phil भी किया है।
वहीं सम्मान के बाद अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड ने भरणे को बधाई दी और कहा कि उनके शोध का उपयोग पुलिसिंग कार्यों में किया जाएगा।
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Uttarakhand: प्रधानमंत्री ने पुलिस की छवि को बदलने की करी बात
साथ ही प्रधानमंत्री ने पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की छवि को बदलने की जरूरत पर बात की। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद, देश के सुरक्षा तंत्र में सुधार की आवश्यकता थी।
एक धारणा विकसित की गई थी कि हमें वर्दीधारी कर्मियों से सावधान रहना होगा। लेकिन अब यह बदल गया है। जब लोग अब वर्दीधारी कर्मियों को देखते हैं, तो उन्हें मदद का आश्वासन मिलता है।
प्रधानमंत्री ने पुलिस कर्मियों को होने वाले तनाव से निपटने के लिए योग और विश्राम की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
बता दें कि राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय पुलिस और आंतरिक सुरक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में डिप्लोमा से डॉक्टरेट स्तर तक शैक्षणिक पाठ्यक्रम प्रस्तुत करता है।