
उत्तराखंड: आईआईटी रुड़की में तीन दिवसीय वाटर कॉन्क्लेव-2020 का शुभारंभ
रुड़की: उत्तराखंड के आईआईटी, रुड़की में आज से तीन दिवसीय वाटर कॉन्क्लेव -2020 का शुभारंभ किया गया, जिसमें देश-विदेश के वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने शिरकत की। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप-प्रज्ज्वलित कर किया गया।
आईआईटी रुड़की और एनआईएच रुड़की द्वारा संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, जिसमें भारत सरकार की नमामि गंगे योजना के अंतर्गत प्रदर्शनी भी लगाई गई। कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि पहुँचे जल आयोग के चेयरमैन आर.के. जैन ने कहा कि पर्यावरण में जलवायु परिवर्तन के कारण जो बदलाव हो रहे हैं, इसी के तहत इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है ताकि जलवायु परिवर्तन से संबंधित समस्याओं पर चर्चा कर उनका समाधान किया जा सके।
इस कार्यशाला में देश-विदेश के विशेषज्ञ भी भाग ले रहे हैं। इसमें मुख्य रूप से बाढ़, सूखा तथा उनके प्रबंधन पर चर्चा होगी।आईआईटी रुड़की के निदेशक अजीत के. चतुर्वेदी ने कहा कि निश्चित रूप से ये कार्यक्रम सभी फैक्लटी और छात्रों के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होगा। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जल से संबंधित सभी समस्याओं का निराकरण करना है।
कभी किसी स्थान पर बाढ़ आ रही है और कुछ समय बाद वहीं सूखा पड़ जाता है। इन सभी समस्याओं को लेकर इस कार्यक्रम में मंथन होगा। इस कार्यक्रम में 25 विदेशी विशेषज्ञ भी भाग ले रहे हैं और इसरो जैसे शीर्ष राष्ट्रीय संस्थानों के विशेषज्ञ अपने ज्ञान और अनुभवों को साझा करेंगे।
रुड़की से रीना मसीह की रिपोर्ट