समुद्र तल से लगभग दस हजार फीट की ऊंचाई पर चमोली जिले में स्थित विश्व विख्यात पर्यटक स्थल औली आज दिन-प्रतिदिन देश विदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यही नहीं यहाँ विश्व की सबसे खूबसूरत
ढलानों के कारण औली स्कीइंग प्रेमियों की पहली पसंद बनी हुई है।
ढाई दशक से यहाँ लगातार प्रतिवर्ष स्कीइंग प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं सहित सेफ गेम भी यहां आयोजित हो चुके हैं। नब्बे के दशक के पूर्व औली मात्र भेड़-बकरी चुगान का चारागाह था। यहाँ स्थानीय निवासी अपनी भेड़ बकरी ओर मवेशियों को चुगान के लिए लाते थे।
भारत तिब्बत पुलिस ने शीत काल में यहाँ बर्फ़बारी व खूबसूरत ढ़लानों को देखते हुए स्कीइंग शुरू की। इसके बाद गढ़वाल मंडल विकास निगम और पर्यटन विभाग ने यहाँ पर अपने पर्यटक आवास गृह व स्की ट्रेनिगं सेंटर की स्थापना की। तब से लेकर अब तक यहाँ प्रति वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक व सकीयर पहुँचते हैं।
औली में एशिया की सबसे लंबी पौने पांच किलोमीटर केविल कार, चेयर लिफ्ट सहित सभी आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं। यहाँ पहुचने के लिए सड़कमार्ग तथा ऋषिकेश-हरिद्वार से ट्रेन तथा जौलीग्रांट एयरपोर्ट से हवाई मार्ग से भी पहुंचा जा सकता है। यूं तो चमोली जिले में औली के अलावा फूलों की घाटी, रूपकुंड, वेदनी बुग्याल, आली बुग्याल, पनार, लार्ड कर्जन रोड, स्वर्गा रोहिणी सहित कई पर्यटक स्थल हैं जहाँ लाखों की संख्या में पर्यटक पहुँचते हैं।
बीते वर्ष एक जनवरी से लेकर दिसम्बर तक औली में दो लाख चौरासी हजार नौ सौ, फूलों की घाटी में 17500 तथा जिले के अन्य पर्यटक स्थलों में साढ़े सात लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट नेशन वन