कृषि बिलों को लेकर पंजाब और हरियाणा में ही बंद का व्यापक असर : Nation One
नई दिल्ली: कृषि बिल के विरोध में किसानों के भारत बंद का पंजाब, हरियाणा में व्यापक असर रहा। सुबह से ही पंजाब में कई जगहों पर किसानों ने रेल की पटरियों पर कब्जा कर लिया। हरियाणा में भी इसका व्यापक असर देखने को मिला। संसद में अभी हाल में पारित किए गए दो कृषि बिलों के खिलाफ किसानों के इस बंद को देशभर के 31 किसान संगठनों का समर्थन हासिल है। इसके अलावा देश में विपक्षी पार्टियों ने भी किसानों के इस भारत बंद का समर्थन किया है।
कांग्रेस ने भी कृषि बिलों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन का ऐलान किया है। कांग्रेस नेता ए.के. एंटनी ने कहा, कांग्रेस ऑल-इंडिया में प्रदर्शन करेगी। विपक्ष की तरफ से भारी विरोध के बावजूद राज्यसभा में दो बिल-कृषि सेवा पर किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) समझौता विधेयक तथा आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 को पास कराया गया।
हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन समेत कई संगठनों ने कहा है कि उन्होंने विधायकों के खिलाफ कुछ किसान संगठनों द्वारा आहूत राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रदर्शन के दौरान किसानों से कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और कोरोना वायरस से जुड़े सभी नियमों का पालन करने की अपील की है।
कई ट्रेनें कर दी गईं रद्द
पंजाब में किसानों के लगातार विरोध प्रदर्शन को देखते हुए एहतियातन कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। भारी तादाद में विरोध जताते हुए किसानों ने रेल लाइनों पर बैठ किसान बिल के खिलाफ कड़ा रुख दिखाया। उन्होंने कहा कि सरकार अगर उनकी बात नहीं सुनती तो वो सभी एक अक्टूबर से अनिश्चितकाल के लिए रेल यातायात ठप करेंगे।
बिल राष्ट्रपति के पास, विपक्ष का मंजूरी न देने का अनुरोध
आपको बता दें, कृषि बिलों को लोकसभा और राज्यसभा से मंजूरी मिल चुकी है और अब ये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास हैं। विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया है कि वे इन बिलों को अपनी स्वीकृति न दें। वे चाहते हैं कि सरकार इन बिलों को वापस ले ले।