लद्दाख मुद्दे पर शिवसेना ने भी केंद्र को घेरा, राहुल को सराहा | Nation One
मुम्बईः कांग्रेस के बाद शिवसेना ने भी लद्दाख में सीमा पर चीन के साथ तनाव के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की बात को दोहराते हुए पीएम मोदी से पूछा है कि लद्दाख में घुसे चीनी सैनिकों को कब निकाला जाएगा.
शिवसेना ने सामना के संपादकीय में चीन के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए राहुल गांधी की सराहना की है. सामना में लिखा है कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर जोरदार टिप्पणी की है. ‘लद्दाख में घुसे चीनी सैनिकों को बाहर कब निकालोगे? हमारी सरकार होती तो चीनियों को 15 मिनट में उठाकर बाहर फेंक दिया होता.’
शिवसेना ने कहा कि राहुल गांधी ने ऐसा हमला किया कि, बीजेपी की ओर से अब तक कोई जवाब नहीं आया है.राहुल गांधी पहले हाथरस गए. फिर पंजाब और अब हरियाणा में उन्होंने किसानों के मोर्चे का नेतृत्व किया. उन्होंने पुलिस के विरोध की परवाह नहीं की. शिवसेना ने कहा कि छवि को मलिन करने के प्रयासों के बावजूद राहुल गांधी जैसा योद्धा रुका नहीं, यह महत्वपूर्ण है.
शिवसेना ने कहा कि चीन के मामले में राहुल गांधी ने मोदी सरकार को निशाने पर लिया है और उनकी देशभक्ति पर ही सवाल उठाया है. चीनी सेना हमारी सीमा में घुस आई. इसके बावजूद प्रधानमंत्री इतने ठंडे क्यों? ऐसा सवाल उन्होंने किया है. चीनियों को 15 मिनट में बाहर निकाल देंगे. राहुल गांधी का यह वक्तव्य किसी को ‘बकवास’ लग रहा होगा तो उन्हें प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रकार के वक्तव्यों की जांच कर लेनी चाहिए.
शिवसेना ने कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर खींच कर लाने की बात किसने कही थी? हर कश्मीरी पंडित के ‘घरवापसी’ का वचन किसने दिया था? और अब उन वचनों की क्या स्थिति है? यह स्पष्ट हो जाना चाहिए. चीन का मुद्दा महत्वपूर्ण है और सुशांत और कंगना आदि मामलों की आग चाहे जितनी भड़काई जाए, राष्ट्रभक्ति का यह मामला उसके धुएं में गुम नहीं होगा.
शिवसेना ने कहा कि लद्दाख की सीमा में चीनी सेना को घुसे बहुत समय हो चुका है. दो देशों के बीच चर्चा के लिए सात बैठकें हो चुकी हैं लेकिन, लाल चीनी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. इस परिप्रेक्ष्य में हमारे वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने कहा है कि पड़ोस के देश से खतरा बढ़ चुका है. हम किसी भी चुनौती के लिए तैयार हैं. स्पष्ट रूप से कहें तो चीन के साथ युद्ध करने के लिए सेना तैयार है.
शिवसेना ने कहा कि चीन से युद्ध करने के लिए तैयार होने की गर्जना वायुसेना प्रमुख ने की ही है. देश हमेशा उनके साथ है. राहुल गांधी ने 15 मिनट में चीनियों को पीछे हटाने की चुनौती स्वीकार की है. उनके पास इस बारे में कौन-सी योजना है? इस पर भी प्रधानमंत्री मोदी को राहुल गांधी से बात करनी चाहिए. आखिर मामला राष्ट्रीय सुरक्षा का है.