छात्र हितों की मांगे पूरी ना करने पर छात्रसंघ ने दी आंदोलन की चेतावनी | Nation One
जहां एक तरफ कोरोना महामारी की चपेट में है। वहीं दूसरी तरफ हेमवती नंदन गढ़वाल विवि में देश के विभन्न राज्यों व उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों के छात्र पढ़ते है। वहीं बीते 20 जूलाई से विवि में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है।
जिसके चलते अंकित उछोली (विश्वविद्यालय प्रतिनिधि,पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष/छात्रसंघ उपाध्यक्ष) ने विवि प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के कारण कई लोगों की रोजी-रोटी पर संकट है। जिसके कारण वह प्रवेश लेने में असमर्थ है। जिसके चलते नूतन सत्र में प्रवेश लेने वाले छात्रों का प्रवेश शुल्क आर्थिक आधार पर माफ किया जाए और प्रवेश दिया जाए।
साथ ही उन्होंने मांग की है कि जिन छात्रों की चतुर्थ तथा छठवें सेमेस्टर में बैक है उनके बैक पेपर की तारीख सुनिश्चित की जाए तथा बैक पेपर लेने के लिए कौन जिम्मेदार होगा यह भी सुनिश्चित की जाए और असाइनमेंट तथा इंटरनल के आधार पर छठवें सेमेस्टर के छात्रों का परीक्षाफल धोषित किया जाए।
वहीं उनका कहना है कि यदि छठवें सेमेस्टर की परीक्षाएं होती है तो पीजी के प्रवेश परीक्षा भी विवि द्वारा करवाया जाए। साथ ही साथ जिन छात्रों की ऑनलाइन क्लासेस नहीं चली है तथा जिनका कोर्स पूरा नहीं हुआ है, उन छात्रों की दोबारा से ऑनलाइन क्लासेस चलाई जाए।
वहीं अंकित उछोली ने कहा कि अगर विवि प्रशासन छात्र हितों की मांगों पर एक सप्ताह के भीतर उचित कार्यवाही नहीं करता तो छात्रसंघ पदाधिकारी आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे, जिसकी समपूर्ण जिम्मेदारी विवि की होगी। वहीं इस मौके पर अंकित रावत (छात्रसंघ अध्यक्ष) और अनमोल भंडारी(छात्रसंघ उपाध्यक्ष) मौजूद थे।