News : धामी सरकार के नाम बदलने पर भड़की मायावती, लगाया ये आरोप!

News : उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार द्वारा विभिन्न स्थानों के नाम बदलने के फैसले को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस कदम को “राजनीतिक नौटंकी” करार देते हुए कहा कि भाजपा सरकारें असल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की रणनीतियाँ अपनाती हैं।

राज्य सरकार ने हाल ही में कई स्थानों के नाम बदलने की घोषणा की है, जिसमें ऐतिहासिक और स्थानीय नामों को बदलकर धार्मिक और सांस्कृतिक आधार पर नए नाम दिए गए हैं। उदाहरण के लिए, औरंगजेबपुर का नाम बदलकर शिवाजी नगर रखा गया है, जबकि इदरीशपुर अब नंदपुर कहलाएगा।

News : मायावती का हमला

बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस फैसले को “संकीर्ण मानसिकता” का परिचायक बताया और कहा कि सरकार को नाम बदलने की बजाय शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा,

“हमारी सरकार के समय नई योजनाओं और संस्थानों की शुरुआत हुई थी, लेकिन हमने कभी किसी स्थान का नाम नहीं बदला। भाजपा सरकार सिर्फ नाम बदलकर जनता को भ्रमित कर रही है।”

मायावती के अलावा अन्य विपक्षी दलों ने भी धामी सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि “अगर भाजपा को नाम बदलने का इतना ही शौक है, तो उत्तराखंड का नाम ही ‘उत्तर प्रदेश-2’ रख दिया जाए।”

भाजपा सरकार ने इस आलोचना को खारिज करते हुए कहा कि “हम सांस्कृतिक पुनर्जागरण और ऐतिहासिक सुधार के तहत यह बदलाव कर रहे हैं।” मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि ये फैसले जनता की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए लिए गए हैं और इससे राज्य की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा।

News : क्या नाम बदलने से विकास संभव?

राजनीतिक बहस के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या नाम बदलने से किसी राज्य का विकास संभव है? विपक्ष का कहना है कि सरकार इस तरह के फैसलों से बेरोजगारी, महंगाई और मूलभूत सुविधाओं की कमी जैसे मुद्दों से बचने की कोशिश कर रही है। वहीं, भाजपा इसे अपनी सांस्कृतिक नीति का हिस्सा बता रही है।

अब देखना यह होगा कि इस विवाद का आगे क्या असर होता है और क्या जनता सरकार के इस फैसले को स्वीकार करती है या नहीं।

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