News : ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर को मरीज से हुआ कैंसर, पहली बार सामने आया ऐसा मामला | Nation One
News : इंसान को अगर कोई भी समस्या या बीमारी होती है तो वो इलाज करवाने डॉक्टर के पास जाता है। डॉक्टर भी मरीज का इलाज करते है। लेकिन अगर इस दौरान मरीज की बीमारी डॉक्टर को ही हो जाए तो क्या आप यकीन करेंगे?
जी हां ऐसा ही एक मामला सामने आ रहा है। जहां पर डॉक्टर को मरीज से कोई आम खांसी-जुकाम नहीं हुआ बल्कि जानलेवा बीमारी कैंसर हो गई। चलिए जानते है पूरा मामला आखिर है क्या?
News : मरीज से डॉक्टर को हुआ दुर्लभ कैंसर
दरअसल ये मामला जर्मनी का है। जहां पर 32 साल के एक मरीज को बेहद ही दुर्लभ प्रकार का कैंसर हुआ। जिसके इलाज के लिए वो अस्पताल गया। एक 53 वर्षीय डॉक्टर को मरीज का केस ट्रांसफर किया गया।
बताते चले कि ये मामला वैसे 1966 का है। लेकिन द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में एक इस केस पर अध्ययन कर एक रिपोर्ट प्रकाशित की गई है।
News : डॉक्टर में सर्जरी के दौरान पहुंचा कैंसर
मरीज के पेट में ट्यूमर था। जिसे हटाने के लिए सर्जरी की गई। सर्जरी के दौरान सर्जन मरीज के अंदर एक ड्रेन लगा रहे थे। इसी दौरान उनके बाएं हाथ की हथेली में कट लग गया।
हालांकि सर्जन ने तुरंत ही चोट को डिसइंफेक्ट कर पट्टी कर ली थी। लेकिन तबतक सर्जन के हाथ से उनके शरीर में कैसर जा चुका था। मरीज की बात करें तो सफल सर्जरी के बाद भी उसे बचाया ना जा सका।
News : 5 महीने बाद डॉक्टर के हाथ में बना ट्यूमर
रिपोर्ट की माने तो इस सर्जरी के पांच महीने बाद डॉक्टर के हाथ की बीच की उंगली के नीचे सूजन सी दिखी। उंगली के नीचे एक 1.2 इंच का ट्यूमर था।
सर्जन ने बिना देरी किए हैंड स्पेशियलिस्ट के पास पहुंचकर टेस्ट करवाए. जिसके बाद ट्यूमर को हटाया और अध्ययन के लिए रख लिया।
News : अध्ययन ने सभी को चौंकाया
शक के आधार पर डॉक्टर और मरीज के ट्यूमर की जांच की गई। जिसमें पता चला कि दोनों के सेम रेयर कैंसर था। दोनों में ट्यूमर सेल्स और उनकी अरेंजमेंट एक जैसी दिखी।
जिससे माना गया कि सर्जन का सर्जरी करते दौरान जब हाथ कटा था तभी मरीज की कैंसर सेल्स उनके शरीर के अंदर चली गई। जिससे बिमारी समय बितने के दौरान बढ़ती रही।
News : सर्जन का इम्यून सिस्टम कमजोर
बताते चले कि जब भी हमारे शरीर के अंदर कोई बाहरी सेल्स अंदर घुसने की कौशिश करता है। तब हमारा इम्यून सिस्टम उसे खत्म करने का काम करता है। लेकिन सर्जन का इम्यून कमजोर होने के कारण एंटी ट्यूमर इम्यून रेसपॉन्स नहीं कर पाया। जिसके चलते सर्जन के अंदर कैंसर बढ़ता रहा।
News : बेहद दुर्लभ था कैंसर
बता दें कि मरीज से सर्जन को हुआ ये कैंसर काफी दुर्लभ था। ये कैंसर 1400 मामलों में से एक में होता है। इसका नाम मैलिग्नेंट फाइब्रस हिस्टियोसाइटोमा है। हालांकि सर्जरी के दो साल बाद भी डॉक्टर के अंदर कोई दिक्कत नहीं दिखाई दी।
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