इस राज्य में राष्ट्र माता सड़कों पर
उत्तराखंड राज्य देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने गौ माता यानी गाय को राष्ट्र माता का दर्जा दिलाने के लिए विधेयक पास करवाया है। उत्तराखंड की सत्ताधारी सरकार को गौ माता को ये दर्जा दिलाने में पहल करने के लिए संत समाज से लेकर गौ रक्षा संगठनों ने सरकार की जमकर तारीफें भी की। लेकिन एक बड़ा सवाल ये है कि जिस तरह से वर्तमान में गौ माता की स्थिति बनी हुई है उसे देखकर क्या कहा जाय ,शायद हम और आप तो न चाहते हुए भी यही कहेंगे कि गाय बचेगी तो राष्ट्रमाता बनेगी। यकीन न आये तो देखिए ये तस्वीरें जो विचलित कर देती हैं और प्रश्नचिन्ह लगा देती है सरकार की मंशा पर। जिस गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए सरकार पहल कर रही है वो गौमाता राष्ट्रमाता सड़कों पर आवारा पशुओं में गिनी जा रही है।
स्थानीय निवासियों ने गौमाता की इस दुर्दशा पर बोलते हुए कहा कि सरकार गौमाता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने की पहल कर रही है जो सराहनीय है। लेकिन वर्तमान में जिस तरह गायों की दुर्दशा हो रही है उससे तो यही कहा जा सकता है कि जब गाय बचेगी तभी राष्ट्रमाता बनेगी ,स्थानीय लोगों ने कहा कि सरकारों का काम सिर्फ राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए पहल करने से ही खत्म नही हो जाता है जरूरत है इन्हें संरक्षण देने की साथ ही आवश्यकता है गांव गांव में गौशालाएं खुलवाने की जहां इस तरह भटक रही गायों को संरक्षण दिया जा सके ।
थराली से गिरीश चंदोला की रिपोर्ट