उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। कुमाऊं मंडल सर्वाधिक प्रभावित हुआ है। नैनीताल और पिथौरागढ़ जिले में हालात बेकाबू है।
रामगढ़ में बादल फटने से कई लोगों के दबने की आशंका है, वही नैनीताल शहर देश के अन्य हिस्सों से अलग-थलग पड़ चुका है, जिसकी वजह से सेना को मदद के लिए बुलाना पड़ा है।
नैनीताल जनपद के रामगढ़ के शकुना झुतिया क्षेत्र में बादल फटने की वजह से घरों में मलबा आ गया। जिसकी जानकारी ग्राम प्रधान द्वारा प्रशासन को दी गई। मलबे में 10 से 12 लोगों के दबे होने की बात कही जा रही है।
घटना की जानकारी मिलते ही मलबे में कुछ लोगों की दबे होने की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है।
सड़क टूटने के चलते रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर नहीं पहुंच पा रही है। ऐसे में अब जिला प्रशासन ने आर्मी की मदद मांगी है।
रानीखेत से आर्मी की डोगरा रेजीमेंट के जवानों को राहत बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है, साथ ही राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से भी मदद मांगी है। केंद्र आर्मी और एयर फोर्स के जवानों को रेस्क्यू के लिए भेज रहा है।
एसडीएम प्रतीक जैन ने बताया कि भूस्खलन और भारी वर्षा के कारण सड़क मार्ग बंद होने के चलते राहत बचाव कार्य में देरी हो रही है जिसकी वजह से आर्मी और एयर फोर्स की मदद ली जा रही है। आर्मी और एयर फोर्स के जवानों के आने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होगा।