मौसम विभाग की भविष्यवाणी, दिवाली के पहले यूपी में होगी बारिश!
यूपी में मौसम एक बार फिर बदलने जा रहा है। धनतेरस के आसपास प्रदेश के कुछ जिलों में बारिश हो सकती है। ऐसा कहा जा रहा है कि मैसम में आने वाला ये बदलाव दाना चक्रवात की वजह से होगा।
बंगाल की खाड़ी में उठे दाना चक्रवात से क्या होगा शहरों का हाल
बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात के असर से रविवार को बलिया, गाज़ीपुर, वाराणसी, चुर्क क्षेत्र में बूंदबंादी हुई। आंचलिक मौसम विज्ञान केंन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अुल कुमार सिंह ने बताया कि चक्रवात के असर से सोमवार को प्रयागराज, वाराणसी मंडल व विंध्य क्षेत्र में बूंदाबांदी की संभावना है। शनिवार से रविवार के बीच बलिया में 6.3 मिमी, गाज़ीपुर में 1 मिली और वाराणसी में 0.1 मिली बारिश् दर्ज की गई। मौसम विभाग का कहना है कि बहराइच में सर्वाधिक 34.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकाॅर्ड किया गया है।
आखिर अक्टूबर में भी यूपी क्यो तप रहा है
अक्टूबर बीतने को है और गुलाबी मौसम नदाराद नज़र आ रहा है। दोपहर में असामान्य रूप से गर्मी हो रही है। सुबह-शाम की हवा में थोड़ी सिरहन तो है, लेकिन दोपहर की उमस भरी गर्मी लोगों को अभि भी सता रही है। मौसम विज्ञान केंन्द्र के वैज्ञानिक के मुताबिक बीते हफते बंगाल की खाड़ी में उठे दाना चक्रवात के असर से राजधानी में पुरवईया चल रही है आपको बता दें कि पुरवईया हवा में मौजूद नमी इस उमस भरी गर्मी की मुख्य वजह मानी जा रही है। वहीं दोपहर की धूप और गर्मी से लोग अभि भी परेशान हैं। मौसम के उतार-चढ़ाव, दिन में धूप और सुबह-शाम चलने वाली हवा से होने वाली सिरहन लोगों की सेहत पर बुरा असर डाल रही है। इस बदलते मोसम के चलते सेंसटीव लोग सर्दी-जुकाम और वायरल बुखार की चपेट में आने लगे हैं।
क्या है गर्मी की वजह
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि दोपहर की धूप, पुरवईया हवा की नमी और बादलों की मौजूदगी की वजह से वातावरण में गर्मी ट्रैप हो रही है। इससे वास्तविक तापमान से ज़्यादा मर्गी का आभास हो रहा है। साथ ही वातावरण में नमी की मौजूदगी से रात के न्यूनतम तापमान में स्वाभाविक गिरावट नहीं हो पा रही है।
बताया जा रहा है कि अगल तीन-चार दिनों में प्रदेश मे पछुआ हवाएं चल सकती हैं, जिससे तापमान में गिरावट होगी और हवा में गुलाबी ठंडक घुलेगी।